देहरादून: उत्तराखंड में एक बार फिर बीजेपी के कुछ नेताओं की मुश्किलें बढ़ने वाली है. पॉक्सो कोर्ट ने नाबालिग कार्यकर्ता के साथ मारपीट और अप्राकृतिक यौनाचार करने की धमकी देने के आरोप में बीजेपी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
इसी साल बीजेपी के नाबालिग कार्यकर्ता ने प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के निजी सचिव ओम प्रकाश तिवारी, देहरादून महानगर युवा मोर्चा के अध्यक्ष श्याम पंत समेत पार्टी के कई नेताओं पर मारपीट और कपड़े उतारकर अप्राकृतिक यौनाचार की धमकी व वीडियो बनाने का आरोप लगाया था.
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क्या है पूरा मामला
नाबालिग कार्यकर्ता ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि एक साल पहले वो टिहरी गढ़वाल से बीजेपी का कार्यकर्ता था. इसीलिए वो देहरादून के परेड ग्राउंड में स्थित बीजेपी महानगर कार्यालय में अक्सर आया जाया करता था. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को पार्टी ने नैनीताल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. जिसके बाद वह अजय भट्ट के लिए प्रचार-प्रसार करने नैनीताल चला गया था.
इसी बीच किसी बात को लेकर उसकी ओमप्रकाश और श्याम पंत से बहस हो गई. पीड़ित के मुताबिक, इस विवाद के बाद दोनों ने उसे 24 अप्रैल 2019 प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर बुलाया था, जहां उन्होंने पहले उसका मोबाइल छीना और फिर उसके साथ मारपीट की. ये सब करने के बाद दोनों मौके से भाग गए थे.
पीड़ित का आरोप है कि उसने कई बार आरोपियों से मोबाइल मांगा लेकिन उन्होंने नहीं दिया. इसी बीच 11 मई 2019 बीजेपी कार्यकर्ता सौरभ कपूर ने उसे बीजेपी के महानगर कार्यालय में बुलाया, जहां पहले से ही ओमप्रकाश और श्याम पंत मौजूद थे. पीड़ित के मुताबिक, तीनों ने उसके साथ दोबार मारपीट की और जबरन उसके कपड़े उतारवाकर मोबाइल से उसका वीडियो बनाया.
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पीड़ित का आरोप है कि इस घटना के बाद ओमप्रकाश और श्याम पंत ने उसे धमकी भी दी कि यदि वो महानगर कार्यालय तरफ आया तो उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया जाएगा. इस पूरे मामले में पीड़ित ने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पॉक्सो कोर्ट से न्याय के लिए गुहार लगाई थी. सुनवाई के दौरान पॉक्सो कोर्ट की जज रमा पांडे ने इस मामले को गंभीरता से लिया. कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज कर आगे की कानून कारवाई की रिपोर्ट अदालत को पेश करने के आदेश दिए हैं.