देहरादून: शुक्रवार को खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार प्रदेश के 22 हजार उपनल यानी उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम (UPNL) कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर विधानसभा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने विधानसभा के प्रवेश द्वार पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया.
बजट सत्र के चौथे दिन सत्र से पूर्व उपनलकर्मियों की लंबे समय से चली आ रही नियमितीकरण की मांग को लेकर निर्दलीय विधायक उमेश कुमार विधानसभा में एक पोस्टर लेकर पहुंचे. जिसके जरिए उन्होंने उपनलकर्मियों को नियमित करने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि लंबे समय से उपनलकर्मियों ने राज्य में अपनी सेवाएं दी हैं, लेकिन राज्य सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है. उमेश कुमार ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी नियमित करने की मांग को मानवता के आधार पर पूरा किया जाए.
विधायक उमेश कुमार ने कहा 'उत्तराखंड के 22,000 उपनल परिवार के साथ न्याय करो, इस पोस्टर के साथ आज बजट सत्र के चौथे दिन निर्दलीय विधायक उमेश कुमार विधानसभा पहुंचे और सरकार को घेरने का काम किया. उन्होंने कहा कि उपनल कर्मचारियों को ऐसा समझा जाता है जैसे वे दूसरे ग्रह या दूसरे राज्य से आए हुए लोग हो. 2018 से उपनल कर्मचारी दरबदर भटक रहे हैं. उच्च न्यायालय ने उनके हक में निर्णय दिया जिसके खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दखलअंदाजी करने से मना किया और कहा कि रिव्यू फाइल करिए लेकिन अब रिव्यू फाइल करे हुए साल भर होने जा रहा है'.
हालांकि विधायक उमेश कुमार ने कहा कि नियमितीकरण पर सरकार अब तक कोई निर्णय नहीं ले पाई है. न उन्हें वेतन मिल रहा है, उल्टा जीएसटी भी देना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को रिव्यू पिटीशन विदड्रॉ करनी चाहिए, और नियमितीकरण करना चाहिए. वरना इस मांग के लिए अगर हमको धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा तो हम करेंगे.
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