देहरादूनः हरिद्वार के शिवालिक नगर में दंपति हत्याकांड के खुलासे में हत्यारों की धरपकड़ के दौरान हुई पुलिस मुठभेड़ इन दिनों चर्चा का विषय है. इस मुठभेड़ में पुलिसिया कार्रवाई से उत्तराखंड पुलिस ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वे किसी भी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे. सात साल बाद हुई पहली पुलिसिया मुठभेड़ में डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार भी कह चुके हैं कि उत्तराखंड की फिजा बिगाड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. चाहे उसके लिए कितने ही कड़े कदम क्यों ना उठाने पड़ें.
साल 2013 में रणबीर एनकाउंटर के बाद ये पहली बार है जब उत्तराखंड पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ की नौबत आई हो. हालांकि रणबीर एनकाउंटर के वक्त पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठे थे. उसे आज के संदर्भ में जोड़ना ठीक नहीं. लेकिन यहां ये बात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि लंबे वक्त के बाद पुलिस टीम ने जिस तरीके से हरिद्वार हत्याकांड को लेकर कदम उठाया है, उसने बदमाशों को साफ संकेत भी दिया कि चाहे जो करना पड़े, बदमाशों को बख्शा नहीं जाएगा.
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गौरतलब है कि बीती 12 अक्टूबर को बदमाशों ने हरिद्वार में एक घर में घुसकर बुजुर्ग दंपति की हत्या कर दी थी. इस सनसनीखेज मामले के खुलासे में प्रयासरत पुलिस टीम का कुछ दिन पहले बदमाशों से आमना-सामना हुआ था. इसमें पुलिस टीम की ओर से आठ राउंड फायरिंग हुई. जिसमें मुख्य आरोपी सतेंद्र के पैर पर गोली लगी थी. उसे हिरासत में लेकर अस्पताल में भर्ती किया गया है. हरिद्वार पुलिस इस हत्याकांड के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस टीम ने आज इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. हालांकि अभी हत्या का प्रयोजन स्पष्ट नहीं हो पाया है.
हरिद्वार हत्याकांड में पुलिस ने खंगाले 1200 से अधिक सीसीटीवी
हरिद्वार में शिवालिक नगर में हुए दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस टीम ने जी जान लगाई. पकड़े गए दोनों आरोपी मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं. हत्यारोपी प्रोफेशनल किलर बताए जा रहे हैं, इसलिए पुलिस को इन्हें पकड़ने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी. इस हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस टीम को 1200 से अधिक सीसीटीवी खंगालने पड़े. इस हत्याकांड के लिए पुलिस की 10 टीमें काम कर रही थीं.