देहरादून: नाबालिग कार्यकर्ता के साथ मारपीट करने, वीडियो बनाने और अप्राकृतिक यौनाचार की धमकी देने के मामले में बीजेपी नेताओं की मुश्किलें बढ़ने वाली है. पुलिस ने पॉक्सो कोर्ट के आदेश के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के निजी सचिव ओम प्रकाश तिवारी, देहरादून भाजयुमो के अध्यक्ष श्याम पंत और पार्टी कार्यकर्ता सौरभ कपूर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. तीनों के खिलाफ देहरादून के डालनवाला थाना में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इस मामले में पीड़ित ने पहले भी डालनवाला कोतवाली में तीनों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था. जिसके बाद पीड़ित ने पॉक्सो कोर्ट में अपील की थी. बुधवार को कोर्ट ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे.
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इस मामले में देहरादून एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि पॉक्सो कोर्ट के आदेश अनुसार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रहा है. जांच के दौरान जो भी साक्ष्य और सबूत सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
नाबालिग कार्यकर्ता ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि एक साल पहले वो टिहरी गढ़वाल से बीजेपी का कार्यकर्ता था. इसीलिए वो देहरादून के परेड ग्राउंड में स्थित बीजेपी महानगर कार्यालय में अक्सर आया जाया करता था. इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को पार्टी ने नैनीताल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. जिसके बाद वह अजय भट्ट के लिए प्रचार-प्रसार करने नैनीताल चला गया था.
इसी बीच किसी बात को लेकर उसकी ओमप्रकाश और श्याम पंत से बहस हो गई. पीड़ित के मुताबिक, इस विवाद के बाद दोनों ने उसे 24 अप्रैल 2019 प्रदेश अध्यक्ष के आवास पर बुलाया था, जहां उन्होंने पहले उसका मोबाइल छीना और फिर उसके साथ मारपीट की. ये सब करने के बाद दोनों मौके से भाग गए थे.
पीड़ित का आरोप है कि उसने कई बार आरोपियों से मोबाइल मांगा लेकिन उन्होंने नहीं दिया. इसी बीच 11 मई 2019 को बीजेपी कार्यकर्ता सौरभ कपूर ने उसे बीजेपी महानगर कार्यालय में बुलाया, जहां पहले से ही ओमप्रकाश और श्याम पंत मौजूद थे. पीड़ित के मुताबिक, तीनों ने उसके साथ दोबार मारपीट की और जबरन उसके कपड़े उतारवाकर मोबाइल से उसका वीडियो बनाया.
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पीड़ित का आरोप है कि इस घटना के बाद ओमप्रकाश और श्याम पंत ने उसे धमकी भी दी कि यदि वो महानगर कार्यालय तरफ आया तो उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया जाएगा. इस मामले में पीड़ित ने आरोपी के खिलाफ डालनवाला कोतवाली में तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. जिसके बाद पीड़ित पॉक्सो कोर्ट में गई थी.