देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर ने उत्तराखंड में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. प्रदेश में हालात चिंताजनक हो गए हैं. उत्तराखंड में कोरोना रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. यही कारण है कि राज्य सरकार ने हालात को देखते हुए पहले की तरह सख्ती करना शुरू कर दिया है. सबसे ज्यादा मुश्किलें शादी-समारोह की तैयारी में लगे लोगों को होने वाली हैं. सरकार ने अब शादी-समरोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 200 से घटाकर 100 करने का फैसला किया है.
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने पूर्व में जारी किए गए एसओपी में आंशिक संसोधन कर एसओपी जारी कर दी है. आंशिक संसोधन के अनुसार प्रदेश के समस्त धार्मिक, राजनीतिक एवं सामाजिक आयोजनों तथा विवाह आदि में 100 से अधिक लोग शामिल नहीं हो पाएंगे. यह गाइडलाइन 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगी.
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रविवार शाम को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आपात बैठक बुलाई थी. इसमें कोरोना के वर्तमान हालात पर चर्चा की गई थी. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कुछ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया था. इसमें शादी-समारोह में लोगों की संख्या से जुड़ा हुआ फैसला भी था. सरकार ने शादी-समारोह में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 200 से घटाकर 100 कर दी है. इसके लिए नई एसओपी भी जारी कर दी गई है.
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे संक्रमण के मामले को देखते हुए रविवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आपातकालीन बैठक बुलाई थी. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि मास्क फॉर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही रात्रि कर्फ्यू को सख्ती से लागू कराने और शादियों में लोगों की अनुमानित संख्या को 200 से घटाकर अधिकतम 100 किया जाए. जिसके बाद सोमवार को मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं.