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लॉकडाउन के बाद पहली बार खुले चुनिंदा स्कूल, बेहद कम संख्या में पहुंचे छात्र

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Published : Nov 2, 2020, 3:45 PM IST

Updated : Nov 2, 2020, 5:26 PM IST

आज से उत्तराखंड में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए ही स्कूल खोले गए हैं, लेकिन पहले दिन स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग न के बराबर रही. वहीं, स्कूल आने के लिए छात्रों को अभिभावक से अनुमति पत्र लाना अनिवार्य है.

school
स्कूलों में बेहद कम संख्या में पहुंचे छात्र

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना और लॉकडाउन में बंद स्कूलों को खोल दिया गया. सोमवार को प्रदेश भर में स्कूल दोबारा से खुल गए हैं. हालांकि, अभी फिलहाल 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए ही स्कूल खोले गए हैं, लेकिन पहले दिन स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग न के ही बराबर रही. यही नहीं, राजधानी देहरादून के कुछ निजी स्कूलों को छोड़कर लगभग सभी निजी स्कूल बंद ही रहे, जिन्हें भी जल्द ही खोला जाएगा.

देहरादून स्कूलों से नदारद रहे छात्र

तमाम सरकारी स्कूलों में 9:30 बजे से ही पढ़ाई शुरू हो गई थी. क्लास रूम में जाने से पहले मुख्य गेट पर बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही हैंड सैनिटाइज कराया गया. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए जाने को लेकर स्कूल परिसर में गोले भी बनाए गए हैं. यही नहीं, स्कूल परिसर के तमाम जगहों पर भी सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है. वहीं, छात्र छात्राओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए पोस्टर बैनर भी लगाए गए हैं.

school reopens
दूरी बनाकर छात्राओं को बैठाया गया.

राजपुर रोड स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि कोरोना संकटकाल में स्कूलों को खोलना बेहद चुनौतिपूर्ण है, लेकिन स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी इंतजाम किये गये हैं. थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए दो पालियों में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. सभी छात्रों को अपने अभिभावकों से अनुमति पत्र लाए जाने के लिए कहा है. बिना अनुमति पत्र के किसी भी छात्र को कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

स्कूलों में बेहद कम संख्या में पहुंचे छात्र

हल्द्वानी में भी छात्रों की कम संख्या देखने को मिली

हल्द्वानी में भी आज 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोला गया. इस दौरान कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए निजी और सरकारी स्कूलों की कक्षाएं संचालित किए गए, लेकिन पहले दिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या नामात्र ही दिखाई दिया. अधिकांश स्कूलों में एक या दो बच्चे ही कक्षाओं में बैठे दिखाई दिए. बताया जा रहा है कि पहले दिन जिले के सभी स्कूलों में कक्षाओं में 5 से 10 प्रतिशत ही बच्चे क्लास में उपस्थित हुए.

ये भी पढ़ें: कालाढूंगी: सात माह बाद खुले स्कूल, कोविड-19 गाइडलाइन का हो रहा पालन

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरेंद्र मिश्रा का कहना है कि पहले दिन होने के चलते छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी देखी गई है. पहले दिन पहुंचे छात्र-छात्राओं को कोविड-19 की गाइडलाइन और उससे बचाव जानकारी दी गई. शहर की राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बनभूलपुरा में 10वीं और 12वीं में 379 छात्राएं पंजीकृत है, लेकिन पहले दिन 10 वीं में 233 में से एक और 12वीं में 146 में से केवल दो छात्राएं स्कूल पहुंची. वही धौलाखेड़ा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पहले दिन 23 छात्राएं ही उपस्थित रही. दसवीं में 175 में से 12 और बारहवीं में 149 में से 11 छात्राएं स्कूल आई. विद्यालय गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही छात्राओं को प्रवेश कराया गया.

school reopens
मास्क लगाकर क्लास में बैठी छात्रा.

गदरपुर स्कूलों में छात्रों को किया गया जागरुक

गदरपुर में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए अनेक प्राइवेट स्कूल आज खुले. शिक्षकों ने छात्रों को हिदायत दी कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें तथा सभी मास्क पहने. कोई भी किसी भी चीजों का आदान-प्रदान ना करें एवं बच्चो की निगरानी के लिए एक टीचर भी रखे गए.

school reopens
स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

एसएस पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कांडपाल ने कहा कि हमारे स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है. बच्चे एक-दूसरे के साथ लंच अथवा किसी भी प्रकार की चीजों का आदान-प्रदान ना करें, इसकी निगरानी के लिए एक टीचर को बच्चों की पीछे अतिरिक्त बैठाया गया है. साथ ही बच्चों को सख्त हिदायत दी गई है कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें.

देशबंधु इंटरमीडिएट कॉलेज पिपलिया की प्रिंसिपल सपना विश्वास ने कहा कि स्कूल को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया है.प्रवेश गेट पर सभी को मास्क के साथ एंट्री दी जा रही है. वहीं, स्कूल में सैनिटाइजर तथा थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. शासन के नियमों में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी.

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना और लॉकडाउन में बंद स्कूलों को खोल दिया गया. सोमवार को प्रदेश भर में स्कूल दोबारा से खुल गए हैं. हालांकि, अभी फिलहाल 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए ही स्कूल खोले गए हैं, लेकिन पहले दिन स्कूल पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या लगभग न के ही बराबर रही. यही नहीं, राजधानी देहरादून के कुछ निजी स्कूलों को छोड़कर लगभग सभी निजी स्कूल बंद ही रहे, जिन्हें भी जल्द ही खोला जाएगा.

देहरादून स्कूलों से नदारद रहे छात्र

तमाम सरकारी स्कूलों में 9:30 बजे से ही पढ़ाई शुरू हो गई थी. क्लास रूम में जाने से पहले मुख्य गेट पर बच्चों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही हैंड सैनिटाइज कराया गया. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग बनाए जाने को लेकर स्कूल परिसर में गोले भी बनाए गए हैं. यही नहीं, स्कूल परिसर के तमाम जगहों पर भी सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की गई है. वहीं, छात्र छात्राओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए पोस्टर बैनर भी लगाए गए हैं.

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दूरी बनाकर छात्राओं को बैठाया गया.

राजपुर रोड स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य प्रेमलता बौड़ाई ने बताया कि कोरोना संकटकाल में स्कूलों को खोलना बेहद चुनौतिपूर्ण है, लेकिन स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी इंतजाम किये गये हैं. थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए दो पालियों में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं. सभी छात्रों को अपने अभिभावकों से अनुमति पत्र लाए जाने के लिए कहा है. बिना अनुमति पत्र के किसी भी छात्र को कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

स्कूलों में बेहद कम संख्या में पहुंचे छात्र

हल्द्वानी में भी छात्रों की कम संख्या देखने को मिली

हल्द्वानी में भी आज 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल खोला गया. इस दौरान कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए निजी और सरकारी स्कूलों की कक्षाएं संचालित किए गए, लेकिन पहले दिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की संख्या नामात्र ही दिखाई दिया. अधिकांश स्कूलों में एक या दो बच्चे ही कक्षाओं में बैठे दिखाई दिए. बताया जा रहा है कि पहले दिन जिले के सभी स्कूलों में कक्षाओं में 5 से 10 प्रतिशत ही बच्चे क्लास में उपस्थित हुए.

ये भी पढ़ें: कालाढूंगी: सात माह बाद खुले स्कूल, कोविड-19 गाइडलाइन का हो रहा पालन

ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरेंद्र मिश्रा का कहना है कि पहले दिन होने के चलते छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी देखी गई है. पहले दिन पहुंचे छात्र-छात्राओं को कोविड-19 की गाइडलाइन और उससे बचाव जानकारी दी गई. शहर की राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बनभूलपुरा में 10वीं और 12वीं में 379 छात्राएं पंजीकृत है, लेकिन पहले दिन 10 वीं में 233 में से एक और 12वीं में 146 में से केवल दो छात्राएं स्कूल पहुंची. वही धौलाखेड़ा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में पहले दिन 23 छात्राएं ही उपस्थित रही. दसवीं में 175 में से 12 और बारहवीं में 149 में से 11 छात्राएं स्कूल आई. विद्यालय गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही छात्राओं को प्रवेश कराया गया.

school reopens
मास्क लगाकर क्लास में बैठी छात्रा.

गदरपुर स्कूलों में छात्रों को किया गया जागरुक

गदरपुर में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए अनेक प्राइवेट स्कूल आज खुले. शिक्षकों ने छात्रों को हिदायत दी कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें तथा सभी मास्क पहने. कोई भी किसी भी चीजों का आदान-प्रदान ना करें एवं बच्चो की निगरानी के लिए एक टीचर भी रखे गए.

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स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

एसएस पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल मनोज कांडपाल ने कहा कि हमारे स्कूल में बच्चों की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है. बच्चे एक-दूसरे के साथ लंच अथवा किसी भी प्रकार की चीजों का आदान-प्रदान ना करें, इसकी निगरानी के लिए एक टीचर को बच्चों की पीछे अतिरिक्त बैठाया गया है. साथ ही बच्चों को सख्त हिदायत दी गई है कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें.

देशबंधु इंटरमीडिएट कॉलेज पिपलिया की प्रिंसिपल सपना विश्वास ने कहा कि स्कूल को पूरी तरह सैनिटाइज किया गया है.प्रवेश गेट पर सभी को मास्क के साथ एंट्री दी जा रही है. वहीं, स्कूल में सैनिटाइजर तथा थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. शासन के नियमों में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाएगी.

Last Updated : Nov 2, 2020, 5:26 PM IST
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