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खतरे में आपका पैसा, देवभूमि के 2701 ATM भगवान भरोसे

राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के अन्य जिलों में कई बार एटीएम कार्ड से ठगी के मामले सामने आ चुके है. बावजूद इसके बैंक प्रबंधन और प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

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Published : May 3, 2019, 11:31 PM IST

देहरादून: ग्राहकों को सुविधा देने के लिए बैंकों ने एटीएम की सुविधा तो जरुर दे रखी है, लेकिन उनकी सुरक्षा और कार्डधारकों की गोपनियता भगवान भरोसे है. क्योंकि इन एटीएम मशीनों में कोई गार्ड नहीं है. यही कारण है कि हैकर्स बड़ी आसानी से एटीएम मशीन से छेड़छाड़ करके कार्ड की क्लोनिंग और डाटा चोरी करके आम जनता की गाढ़ी कमाई को लूट लेते हैं.

खतरे में आपका पैसा

पढ़ें- अभी भी अधर में लटकी है केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा, 7 मई को हाई कोर्ट में होगी सुनवाई

राजधानी देहरादून में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां हैकर्स ने एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर कई सौ लोगों को चूना लगाया है. एटीएम की सुरक्षा को लेकर देहरादून पुलिस भी कई बार बैंक प्रबंधकों से बात कर उन्हें सुरक्षा पुख्ता करने के दिशा-निर्देश दिए थे. बावजूद इसके बैंक प्रबंधन चैन की नींद सोया हुआ है.

एटीएम की सुरक्षा को लेकर ईटीवी भारत ने बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े जानकार जगमोहन मेहंदीरत्ता से बात कि तो उन्होंने बतााय कि बैकिंग का विस्तार होने के चलते खाताधारकों को एटीएम की सुविधा दी गई थी, लेकिन एटीएम की सुरक्षा पूरी करने के लिए अलग से पैसा खर्च होता है. एटीएम में 24 घंटे एक गार्ड तैनात करना बैंकों के लिए घाटे का सौदा होता है. वहीं, अधिकतर बैंक घाटे में चल रहे हैं.

पढ़ें- बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त, स्कूल वाहनों में CCTV का होगा सर्वे

हालांकि मेहंदीरत्ता की मानें तो बैंक को प्रशासन की तरफ से ज्यादा सहयोग नहीं मिल पा रहा है. प्रशासन की और बैंकों को हिदायत दी गई है कि जिन एटीएम में गार्ड नहीं रख सकते वो एटीएम सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखें. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों समेत शहर के बाहरी इलाकों में स्थिति अधिकाश एटीएम बंद होने की दिशा में हैं.

वहीं ऑल इंडिया बैंक रिटायर्ड फेडरेशन के महामंत्री एससी जैन ने बताया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आम आदमी को भी जागरुक होना पड़ेगा. क्योंकि आज हम सस्ते ऑनलाइन सामान खरीदने के चक्कर में अपने बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां अनजान लोगों को शेयर कर देते हैं. जिसका वे गलत फायदा उठाते हैं. हालांकि इस मामले में बैंकिंग सेक्टर को भी जरुरत के मुताबिक अपनी टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करना होगा.

पढ़ें- हरीश रावत की काफल पार्टी पर अजय भट्ट का तंज, बोले- जंगलों में पार्टी करें हरदा

क्या कहते है पुलिस अधिकारी?

वहीं एटीएम सुरक्षा को लेकर जब ईटीवी भारत ने देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे निवेदिता कुकरेती से बात कि तो उन्होंने बताया कि समय-समय पर एटीएम की सुरक्षा को लेकर चेकिंग कराई जाती है. हाल ही में एटीएम की चेकिंग को लेकर एक अभियान भी चलाया गया था. इस दौरान एटीएम और बैंक की सुरक्षा में जो खामियां सामने आईं थी. उसके बारे में बैंक प्रबंधन से बात की गई और उन्हें जरुरी दिशा-निर्देश दिए गए थे.

बैंको के उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से सुरक्षा मापदंडों (आलर्म, सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा गार्ड) की जानकारी दी गई थी. साथ ही उन्हें बताया गया कि बैंकों की सुरक्षा में किसी तरह की कोई कोताही न बरतें. एसपी सिटी ने बताया कि देहरादून के बाहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के एटीएम में गार्ड तैनात नहीं होने कारण ही उन्हें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.

एटीएम लगाने के नियम

  • एटीएम पर पुख्ता सुरक्षा होनी चाहिए
  • आबादी वाले इलाके में एटीएम होना चाहिए, सुनसान इलाके में नहीं.
  • सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए.
  • एटीएम में हर समय पर्याप्त कैश होना चाहिए.
  • ग्राहक के खड़े होने के लिए बाहर पर्याप्त स्थान हो.
  • पैसे निकालते समय ग्राहक की गोपनियता कायम रहे.

सांवधानियां

  • एटीएम से कैश निकालते समय हमेशा सावधान रहें.
  • इस दौरान किसी अनजान व्यक्ति को अंदर न आने दे.
  • एटीएम पिन का नंबर किसी से शेयर न करें.
  • रुपए निकालने के बाद EXIT का बटन अवश्य दबाएं.

एक नजर उत्तराखंड में मौजूद बैंकों के एटीएम संख्या पर

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया- 813, नेशनल बैंक- 413, बैंक ऑफ बड़ौदा- 197, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स- 85, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया- 148, केनरा बैंक- 103, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया- 52, पंजाब एंड सिंध बैंक- 42, इलाहाबाद बैंक- 16, यूको बैंक- 52, इंडियन ओवरसीज बैंक- 46, बैंक ऑफ इंडिया- 39, सिंडीकेट बैंक- 58, विजया बैंक- 15, कॉरपोरेशन बैंक- 41, आंध्र बैंक-15, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 10, इंडियन बैंक- 9, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 10, बैंक ऑफ महाराष्ट्र- 5, देना बैंक- 18, आईडीबीआई बैंक- 65, कॉपरेटिव बैंक- 65 , नैनीताल बैंक- 1, एक्सिस बैंक- 127, आईसीआईसीआई बैंक- 114, एचडीएफसी बैंक- 9, सेंट्रल बैंक लिमिटेड एक इंडसइंड बैंक- 13, द कर्नाटका बैंक- 610, साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड- 1, 10 साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड- 1, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक- 1, यश बैंक-17, कोटक महिंद्रा- 9, बंधन बैंक- 6 ,उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विस- 3, उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस- 4, आईडीएफसी बैंक- 1. उत्तराखंड में कुल 2701 एटीएम है.

देहरादून: ग्राहकों को सुविधा देने के लिए बैंकों ने एटीएम की सुविधा तो जरुर दे रखी है, लेकिन उनकी सुरक्षा और कार्डधारकों की गोपनियता भगवान भरोसे है. क्योंकि इन एटीएम मशीनों में कोई गार्ड नहीं है. यही कारण है कि हैकर्स बड़ी आसानी से एटीएम मशीन से छेड़छाड़ करके कार्ड की क्लोनिंग और डाटा चोरी करके आम जनता की गाढ़ी कमाई को लूट लेते हैं.

खतरे में आपका पैसा

पढ़ें- अभी भी अधर में लटकी है केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा, 7 मई को हाई कोर्ट में होगी सुनवाई

राजधानी देहरादून में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां हैकर्स ने एटीएम कार्ड का क्लोन बना कर कई सौ लोगों को चूना लगाया है. एटीएम की सुरक्षा को लेकर देहरादून पुलिस भी कई बार बैंक प्रबंधकों से बात कर उन्हें सुरक्षा पुख्ता करने के दिशा-निर्देश दिए थे. बावजूद इसके बैंक प्रबंधन चैन की नींद सोया हुआ है.

एटीएम की सुरक्षा को लेकर ईटीवी भारत ने बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े जानकार जगमोहन मेहंदीरत्ता से बात कि तो उन्होंने बतााय कि बैकिंग का विस्तार होने के चलते खाताधारकों को एटीएम की सुविधा दी गई थी, लेकिन एटीएम की सुरक्षा पूरी करने के लिए अलग से पैसा खर्च होता है. एटीएम में 24 घंटे एक गार्ड तैनात करना बैंकों के लिए घाटे का सौदा होता है. वहीं, अधिकतर बैंक घाटे में चल रहे हैं.

पढ़ें- बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त, स्कूल वाहनों में CCTV का होगा सर्वे

हालांकि मेहंदीरत्ता की मानें तो बैंक को प्रशासन की तरफ से ज्यादा सहयोग नहीं मिल पा रहा है. प्रशासन की और बैंकों को हिदायत दी गई है कि जिन एटीएम में गार्ड नहीं रख सकते वो एटीएम सुरक्षा की दृष्टि से बंद रखें. यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों समेत शहर के बाहरी इलाकों में स्थिति अधिकाश एटीएम बंद होने की दिशा में हैं.

वहीं ऑल इंडिया बैंक रिटायर्ड फेडरेशन के महामंत्री एससी जैन ने बताया कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आम आदमी को भी जागरुक होना पड़ेगा. क्योंकि आज हम सस्ते ऑनलाइन सामान खरीदने के चक्कर में अपने बैंक खाते और एटीएम से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां अनजान लोगों को शेयर कर देते हैं. जिसका वे गलत फायदा उठाते हैं. हालांकि इस मामले में बैंकिंग सेक्टर को भी जरुरत के मुताबिक अपनी टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करना होगा.

पढ़ें- हरीश रावत की काफल पार्टी पर अजय भट्ट का तंज, बोले- जंगलों में पार्टी करें हरदा

क्या कहते है पुलिस अधिकारी?

वहीं एटीएम सुरक्षा को लेकर जब ईटीवी भारत ने देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे निवेदिता कुकरेती से बात कि तो उन्होंने बताया कि समय-समय पर एटीएम की सुरक्षा को लेकर चेकिंग कराई जाती है. हाल ही में एटीएम की चेकिंग को लेकर एक अभियान भी चलाया गया था. इस दौरान एटीएम और बैंक की सुरक्षा में जो खामियां सामने आईं थी. उसके बारे में बैंक प्रबंधन से बात की गई और उन्हें जरुरी दिशा-निर्देश दिए गए थे.

बैंको के उच्च अधिकारियों को पत्राचार के माध्यम से सुरक्षा मापदंडों (आलर्म, सीसीटीवी कैमरा, सुरक्षा गार्ड) की जानकारी दी गई थी. साथ ही उन्हें बताया गया कि बैंकों की सुरक्षा में किसी तरह की कोई कोताही न बरतें. एसपी सिटी ने बताया कि देहरादून के बाहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के एटीएम में गार्ड तैनात नहीं होने कारण ही उन्हें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं.

एटीएम लगाने के नियम

  • एटीएम पर पुख्ता सुरक्षा होनी चाहिए
  • आबादी वाले इलाके में एटीएम होना चाहिए, सुनसान इलाके में नहीं.
  • सीसीटीवी कैमरा होना चाहिए.
  • एटीएम में हर समय पर्याप्त कैश होना चाहिए.
  • ग्राहक के खड़े होने के लिए बाहर पर्याप्त स्थान हो.
  • पैसे निकालते समय ग्राहक की गोपनियता कायम रहे.

सांवधानियां

  • एटीएम से कैश निकालते समय हमेशा सावधान रहें.
  • इस दौरान किसी अनजान व्यक्ति को अंदर न आने दे.
  • एटीएम पिन का नंबर किसी से शेयर न करें.
  • रुपए निकालने के बाद EXIT का बटन अवश्य दबाएं.

एक नजर उत्तराखंड में मौजूद बैंकों के एटीएम संख्या पर

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया- 813, नेशनल बैंक- 413, बैंक ऑफ बड़ौदा- 197, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स- 85, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया- 148, केनरा बैंक- 103, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया- 52, पंजाब एंड सिंध बैंक- 42, इलाहाबाद बैंक- 16, यूको बैंक- 52, इंडियन ओवरसीज बैंक- 46, बैंक ऑफ इंडिया- 39, सिंडीकेट बैंक- 58, विजया बैंक- 15, कॉरपोरेशन बैंक- 41, आंध्र बैंक-15, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 10, इंडियन बैंक- 9, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 10, बैंक ऑफ महाराष्ट्र- 5, देना बैंक- 18, आईडीबीआई बैंक- 65, कॉपरेटिव बैंक- 65 , नैनीताल बैंक- 1, एक्सिस बैंक- 127, आईसीआईसीआई बैंक- 114, एचडीएफसी बैंक- 9, सेंट्रल बैंक लिमिटेड एक इंडसइंड बैंक- 13, द कर्नाटका बैंक- 610, साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड- 1, 10 साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड- 1, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक- 1, यश बैंक-17, कोटक महिंद्रा- 9, बंधन बैंक- 6 ,उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विस- 3, उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस- 4, आईडीएफसी बैंक- 1. उत्तराखंड में कुल 2701 एटीएम है.

Intro:pls नोट desk -इस spl स्टोरी के लिए PTC भेजी गई हैं, कृपया PTC को स्टोरी में अपडेट करने का कष्ट करें ।


देहरादून

जनता की गाढ़ी कमाई अगर बैंक में ही सुरक्षित नहीं हैं तो,ऐसे में आख़िरकार कहाँ सेफ रह सकती हैं, जीहाँ आये दिन बैंको के एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ कर क्लोनिंग,डाटा चोरी जैसे फ़्रॉड की बेहताशा घटनाओं के बावजूद बैंक एटीएम सुरक्षा को लेकर लगातार कोताही जारी रखे हुए हैं।हालांकि हर बार बैंक खाताधारकों से एटीएम फ़्रॉड की वारदातों के उपरांत पुलिस बैंको से सामंजस्य बनाकर सुरक्षा पुख़्ता बनाने का प्रयास करती हैं,लेकिन बैंको की इस ओर कोई खास दिलचस्पी ना होने के कारण एटीएम मशीनों की सुरक्षा भगवान भरोसे चल रही हैं।


Body: 24 घंटे एटीएम में गार्ड उपलब्ध करना घाटे का सौदा:बैंक विशेषज्ञ

बैंक एटीएम सुविधा के बारे में बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े जानकारों का मानना है कि देशभर में बैंकिंग का विस्तार होने के चलते खाताधारकों को एटीएम की सुविधा दी गई,लेकिन बैंकों के एटीएम में सुरक्षा पूरी करने के लिए अलग से पैसा खर्च होता है ऐसे में 24 घंटे एक गार्ड एटीएम में उपलब्ध कराना बैंक के लिए एक घाटे का सौदा है, जबकि आज के समय में अधिकतर बैंक घाटे के दौर से गुजर रहे हैं हालांकि घाटे से उबारने का काम है बैंकर को ही करना हैं।

बाइट- जगमोहन मेहंदीरत्ता, उत्तरांचल बैंक कर्मचारी एसोसिएशन,सयोजक

एटीएम सुरक्षा में प्रशासन का सहयोग सुस्त-बैंक विशेषज्ञ

आए दिन एटीएम सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवालों की परिधि में बैंक विशेषज्ञों का यह भी आरोप है कि एटीएम सुरक्षा के लिए अधिकतर बातों में प्रशासन की तरफ से सहयोग ना मिलना भी एक बड़ी समस्या हैं। पुलिस प्रशासन के अनुसार बैंकों को हिदायत दी गई है कि जिन एटीएम में गार्ड नहीं रख सकते वह एटीएम सुरक्षा की दृष्टि से बंद करने पड़ेंगे, ऐसे में बैंक कार्यालय के साथ खुले हुए एटीएम ही अधिकांश संख्या में सुचारू रूप से कार्यरत हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों सहित आउटसाइड क्षेत्रों के एटीएम बंद करने की दिशा में हैं।

बाइट- जगमोहन मेहंदीरत्ता, उत्तरांचल बैंक कर्मचारी एसोसिएशन,सयोजक


Conclusion:एटीएम हैकिंग आज एक गंभीर समस्या,लेकिन जनता भी जागरूक बने : बैंक

एटीएम मशीनों पर सेंधमारी कर आज अंतरराष्ट्रीय स्तर के अपराधियों द्वारा अलग अलग तरफ से होने वाला फ्रॉड पर अंकुश लगाने की दिशा में सबसे अहम जिम्मेदारी बैंक की ही बनती हैं, लेकिन इस ओर बैंको द्वारा सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता ना करना आज एक एक चिंता का विषय हैं। हालांकि इस मामलें पर उच्च स्तरीय बैंक विशेषज्ञ का भी मानना हैं कि, बैंक एटीएम हैकिंग आज एक गंभीर व जटिल समस्या बन चुकी हैं, समय-समय पर एटीएम हैकिंग और उसकी सुरक्षा को लेकर अलग-अलग सरकार और रिजर्व बैंक की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक ही लोकल बैंक प्रबंधन को इस मामले में जरूरत के मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था बनाना चाहिए। वही दूसरी तरफ के आम जनता को भी लगातार एटीएम हैकिंग घटनाओं जागरूक होकर समय-समय पर बैंको और पुलिस प्रशासन द्वारा दिए गए आवश्यक जानकारियों के प्रति जागरूक होना भी बेहद जरूरी है।

बाईट- एस सी जैन, महामंत्री, ऑल इंडिया बैंक रीटायरिस फेडरेशन

लोक लुभावने ऑनलाइन बैंकिंग से भी जनता हो जाए:बैंक विशेषज्ञ

बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े उच्चस्तरीय जानकारों का मानना है कि आज एटीएम जैसे कार्डो की हैकिंग होने में एक बड़ा कारण लोक लुभावने ऑनलाइन खरीदारी व सेवा की और आकर्षित होना भी है. डायरेक्ट सेलिंग और सेवाओं के सस्ते लुभावने लालच में आकर खाताधारक अपने बैंक व कार्ड से जुड़े कई तरह की डाटा को जाने अनजाने में शेयर कर देता है जिसके चलते अभी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, हालांकि इस मामले में भी बैंकिंग क्षेत्र को अपनी टेक्नोलॉजी को जरूरत के मुताबिक लगातार अपग्रेड करना होगा क्योंकि विश्व स्तर पर हैकिंग करने वाले ग्रुप सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं की कुछेक तकनीकी खामियों का फायदा उठाकर एक कदम आगे चलते हैं।

बाईट-बाईट- एस सी जैन, महामंत्री, ऑल इंडिया बैंक रीटायरिस फेडरेशन

लगातार पत्राचार के बावजूद सुरक्षा में कई बैंक लापरवाह बने हैं-एसपी

उधर बैंक एटीएम सुरक्षा में बदस्तूर जारी कोताही को लेकर पुलिस प्रशासन की मानें तो समय-समय पर एटीएम की सुरक्षा के लिए चेकिंग कराई जाती है पिछले दिनों भी विशेष रूप से इस संबंध में सभी बैंकों में चेकिंग अभियान चलाया गया था उस दौरान कई बैंक व एटीएम में सुरक्षा के दृष्टिगत खामियां उजागर हुई थी,बैंकों को हिदायत देते हुए इस दिशा में जरूरी इंतजाम - अलार्म ,सीसीटीवी, सुरक्षा गार्ड जैसे अन्य कुछ मानकों को पूरा कर दुरुस्त करने की बात बकायदा पत्राचार के माध्यम से बैंको के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई गई थी, कुछ बैंकों में बताए गए सुरक्षा मापदंडों को पूरा किया लेकिन ज्यादातर बैंक आज भी लगातार सुरक्षा में कोताही बरत रहे। देहरादून एसपी सिटी श्वेता चौबे के अनुसार शहरों को छोड़ आउटसाइड और ग्रामीण क्षेत्रों में आने वाले एटीएम में सुरक्षा उपलब्ध ना होने की सूरत में बैंकों को रात के समय इन एटीएम को बंद करने की हिदायत दी हुई।

बाईट- श्वेता चौबे एसपी सिटी देहरादून


एक नजर उत्तराखंड में मौजूद बैंकों के एटीएम संख्या पर

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 813 , नेशनल बैंक 413, बैंक ऑफ बड़ौदा 197, ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स 85 ,यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया 148 ,केनरा बैंक 103, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 52, पंजाब एंड सिंध बैंक 42 , इलाहाबाद बैंक 16, यूको बैंक 52, इंडियन ओवरसीज बैंक 46, बैंक ऑफ इंडिया 39, सिंडीकेट बैंक 58, विजया बैंक 15, कॉरपोरेशन बैंक 41 , आंध्र बैंक 15, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया 10, इंडियन बैंक 9, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया 10 , बैंक ऑफ महाराष्ट्र 5 , देना बैंक 18, आईडीबीआई बैंक 65, कॉपरेटिव बैंक 65 , नैनीताल बैंक 1, एक्सिस बैंक 127 , आईसीआईसीआई बैंक 114, एचडीएफसी बैंक 90 , द जे एंड के बैंक 0, सेंट्रल बैंक लिमिटेड एक इंडसइंड बैंक 13 द कर्नाटका बैंक 610 साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड 1, 10 साउथ इंडियन बैंक लिमिटेड 1, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक 1, यस बैंक 17, कोटक महिंद्रा 9, बंधन बैंक 6 ,उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विस 3, उत्कर्ष माइक्रो फाइनेंस 4, आईडीएफसी बैंक 1 .

उत्तराखंड में सभी बैंक के कुल- एटीएम 2701
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