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'न कोई वायरस, न कोई बैक्टीरिया', जम्मू कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी पर केंद्रीय मंत्री का रिएक्शन - UNION MINISTER JITENDRA SINGH

जम्मू कश्मीर में बधाल गांव में रहस्यमय बीमारी में 17 लोगों की मौत पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रतिक्रिया दी है.

Jitendra Singh
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (फाइल फोटो IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 23, 2025, 2:17 PM IST

Updated : Jan 23, 2025, 4:35 PM IST

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में रहस्यमय बीमारी ने अब तक कम से कम 17 लोगों की जान ले ली है. इस बीमारी को लेकर चल रही जांच को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हालात के बारे में कुछ नए निष्कर्षों का खुलासा किया. उन्होंने शुरुआती जांच में बीमारी के संभावित कारणों के रूप में वायरस या किसी बैक्टीरिया के कारण होने वाले किसी भी संक्रमण को खारिज कर दिया.

न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि उन्होंने बताया कि जांच में वायरस के बजाय किसी टॉक्सिन की उपस्थिति का सुझाव दिया, जिसका अब आगे विश्लेषण किया जा रहा है. सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन पहला परीक्षण लखनऊ में सीएसआईआर की एक टॉक्सिन लेबोरेटरी द्वारा किया गया था. चर्चा यह थी कि कोई संक्रमण नहीं था, कोई वायरस नहीं था, कोई बैक्टीरिया नहीं था, यह सिर्फ एक विष था."

टॉक्सिन का परीक्षण
उन्होंने बताया कि अब टॉक्सिन का परीक्षण किया जा रहा है. टॉक्सिन की एक लंबी चैन है जिसका परीक्षण किया जा रहा है और अगर इसे पीछे कोई शरारत या कोई अन्य शरारत है, तो हमें इसके बारे में पता चल जाएगा." मंत्री ने बसंतपुर में नवनिर्मित पुल के उद्घाटन के दौरान बोलते हुए वैज्ञाानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के तहत लखनऊ में एक टॉक्सिन साइंस लेबोरेटरी द्वारा किए गए प्रारंभिक परीक्षणों के परिणामों पर जनता को अपडेट किया.

राजौरी में रहस्यमय बीमारी ने 17 लोगों की जान ले ली
अज्ञात बीमारी जिसे अक्सर अधिकारी और स्थानीय लोग 'रहस्यमय बीमारी' कह रहे हैं. इसने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है और इसने दिसंबर 2024 की शुरुआत से 38 लोगों को प्रभावित किया है. इन मौतों ने प्रशासन में चिंता पैदा कर दी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की तत्काल कोई आवश्यकता नहीं है.

'सभी मौतें तीन परिवारों में हुई'
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को राजौरी के बधाल का दौरा किया और बीमारी से प्रभावित नागरिकों को आश्वासन दिया. सीएम अब्दुल्ला ने मीडियाकर्मियों से कहा, "जिस दिन हमें सूचना मिली तब से स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर ऐसी घटनाओं के पीछे के कारणों को समझने में लगा हुआ है... परीक्षण किए गए, और हमने निष्कर्ष निकाला कि इन मौतों का कारण कोई बैक्टीरिया या वायरस नहीं था. बाद में हमने पाया कि ये सभी मौतें तीन परिवारों में हुई थीं." अधिकारियों को अभी भी इन मौतों के पीछे के कारणों का पता लगाना है.

इससे पहले राजौरी में हुई मौतों की जांच के लिए अमित शाह ने एसआईटी का गठन किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले छह हफ्तों में रिपोर्ट की गई तीन घटनाओं में अस्पष्टीकृत मौतों के कारणों की जांच के लिए बीते शनिवार को गृह मंत्रालय के नेतृत्व में एक अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आदेश दिया.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर अग्निशमन सेवा भर्ती: ACB ने रिटायर्ड अधिकारी के आवास पर छापा मारा

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में रहस्यमय बीमारी ने अब तक कम से कम 17 लोगों की जान ले ली है. इस बीमारी को लेकर चल रही जांच को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हालात के बारे में कुछ नए निष्कर्षों का खुलासा किया. उन्होंने शुरुआती जांच में बीमारी के संभावित कारणों के रूप में वायरस या किसी बैक्टीरिया के कारण होने वाले किसी भी संक्रमण को खारिज कर दिया.

न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि उन्होंने बताया कि जांच में वायरस के बजाय किसी टॉक्सिन की उपस्थिति का सुझाव दिया, जिसका अब आगे विश्लेषण किया जा रहा है. सिंह ने कहा, "मुझे लगता है कि चर्चा शुरू हो गई है, लेकिन पहला परीक्षण लखनऊ में सीएसआईआर की एक टॉक्सिन लेबोरेटरी द्वारा किया गया था. चर्चा यह थी कि कोई संक्रमण नहीं था, कोई वायरस नहीं था, कोई बैक्टीरिया नहीं था, यह सिर्फ एक विष था."

टॉक्सिन का परीक्षण
उन्होंने बताया कि अब टॉक्सिन का परीक्षण किया जा रहा है. टॉक्सिन की एक लंबी चैन है जिसका परीक्षण किया जा रहा है और अगर इसे पीछे कोई शरारत या कोई अन्य शरारत है, तो हमें इसके बारे में पता चल जाएगा." मंत्री ने बसंतपुर में नवनिर्मित पुल के उद्घाटन के दौरान बोलते हुए वैज्ञाानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के तहत लखनऊ में एक टॉक्सिन साइंस लेबोरेटरी द्वारा किए गए प्रारंभिक परीक्षणों के परिणामों पर जनता को अपडेट किया.

राजौरी में रहस्यमय बीमारी ने 17 लोगों की जान ले ली
अज्ञात बीमारी जिसे अक्सर अधिकारी और स्थानीय लोग 'रहस्यमय बीमारी' कह रहे हैं. इसने अब तक 17 लोगों की जान ले ली है और इसने दिसंबर 2024 की शुरुआत से 38 लोगों को प्रभावित किया है. इन मौतों ने प्रशासन में चिंता पैदा कर दी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की तत्काल कोई आवश्यकता नहीं है.

'सभी मौतें तीन परिवारों में हुई'
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को राजौरी के बधाल का दौरा किया और बीमारी से प्रभावित नागरिकों को आश्वासन दिया. सीएम अब्दुल्ला ने मीडियाकर्मियों से कहा, "जिस दिन हमें सूचना मिली तब से स्वास्थ्य विभाग अन्य विभागों के साथ मिलकर ऐसी घटनाओं के पीछे के कारणों को समझने में लगा हुआ है... परीक्षण किए गए, और हमने निष्कर्ष निकाला कि इन मौतों का कारण कोई बैक्टीरिया या वायरस नहीं था. बाद में हमने पाया कि ये सभी मौतें तीन परिवारों में हुई थीं." अधिकारियों को अभी भी इन मौतों के पीछे के कारणों का पता लगाना है.

इससे पहले राजौरी में हुई मौतों की जांच के लिए अमित शाह ने एसआईटी का गठन किया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले छह हफ्तों में रिपोर्ट की गई तीन घटनाओं में अस्पष्टीकृत मौतों के कारणों की जांच के लिए बीते शनिवार को गृह मंत्रालय के नेतृत्व में एक अंतर-मंत्रालयी टीम के गठन का आदेश दिया.

यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर अग्निशमन सेवा भर्ती: ACB ने रिटायर्ड अधिकारी के आवास पर छापा मारा

Last Updated : Jan 23, 2025, 4:35 PM IST
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