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दस साल बाद भी मिल रहे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के फायदे? जानें कैसे मिलेंगे लाभ और क्या है प्रोसेस - BETI BACHAO BETI PADHAO

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित गर्भपात को रोकना और खेल के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाना है.

Beti Bachao Beti Padhao
'बेटी बचाओ', 'बेटी पढ़ाओ' योजना के फायदे (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 23, 2025, 2:17 PM IST

नई दिल्ली: 'बेटी बचाओ', 'बेटी पढ़ाओ' योजना को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 2015 में शुरू किया था. इस योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित गर्भपात को रोकना, लड़कियों की सुरक्षा, उनकी शिक्षा और खेल के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाना है.

इस योजना को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है. योजना को शुरू में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बाल लिंग अनुपात में सुधार करने के लिए शुरू किया गया था. बाद में इस योजना का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया गया.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की विशेषताएं
इस योजना का उद्देश्य लड़कियों के विकास और जन्म में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है. इसकी एक प्रमुख विशेषता शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी को बढ़ावा देना है.योजना का उद्देश्य देश में कन्या भ्रूण हत्या और भ्रूण हत्या जैसे कृत्यों को रोककर लड़कियों की सुरक्षा करना भी है. इसके अलावा यह बाल विवाह को रोकती है और लड़कियों को शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न से बचाती है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए कौन पात्र है?
जिन परिवारों में 10 साल से कम आयु की लड़की है. वे इस योजना के लिए पात्र हैं. इसके लिए जरूरी है कि परिवार ने लड़की के नाम पर किसी भी भारतीय बैंक में सुकन्या समृद्धि अंकाउट खोला हो. साथ ही लड़की भारत की निवासी होनी चाहिए. एनआरआई नागरिक इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ लेने के लिए आपको किसी सरकारी संस्था या अस्पताल द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत होगी. इसके अलावा माता-पिता की पहचान का प्रमाण - राशन कार्ड आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ के लिए टेलीफोन बिल, बिजली बिल, पानी का बिल, पासपोर्ट और माता-पिता की पासपोर्ट सीइज की फोटो की आवश्यकता होती है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवेदन कैसे करें
कोई भी व्यक्ति डाकघर या बैंक में जाकर आसानी से इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है, जहां यह योजना उपलब्ध है. लड़की के नाम पर अकाउंट खोलने के लिए आवेदन पत्र को सभी दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के फायदे

  • इस योजना के तहत लड़की के लिए खोला गया खाता पूरी तरह से टैक्स फ्री है.
  • इस अकाउंट का इस्तेमाल माता-पिता अपनी बेटियों की शिक्षा और भविष्य में उनकी शादी के लिए पैसे बचाने के लिए कर सकते हैं.
  • इस योजना में आप SSA या सुकन्या समृद्धि अकाउंट के लिए भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
  • लड़की की उम्र 18 साल होने पर इस खाते से पैसे निकालने की अनुमति होगी.
  • योजना के तहत अकाउंट में 1.5 लाख रुपये सालाना जमा हो सकते हैं.
  • इस योजना में 7-8 फीसदी प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज दर मिलती है

यह भी पढ़ें- राशन कार्ड से एक बार नाम कट जाने पर क्या दोबारा जोड़ा जा सकता है ? जानें

नई दिल्ली: 'बेटी बचाओ', 'बेटी पढ़ाओ' योजना को भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 2015 में शुरू किया था. इस योजना का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित गर्भपात को रोकना, लड़कियों की सुरक्षा, उनकी शिक्षा और खेल के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी बढ़ाना है.

इस योजना को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत क्रियान्वित किया जा रहा है. योजना को शुरू में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बाल लिंग अनुपात में सुधार करने के लिए शुरू किया गया था. बाद में इस योजना का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया गया.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की विशेषताएं
इस योजना का उद्देश्य लड़कियों के विकास और जन्म में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है. इसकी एक प्रमुख विशेषता शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियों की भागीदारी को बढ़ावा देना है.योजना का उद्देश्य देश में कन्या भ्रूण हत्या और भ्रूण हत्या जैसे कृत्यों को रोककर लड़कियों की सुरक्षा करना भी है. इसके अलावा यह बाल विवाह को रोकती है और लड़कियों को शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न से बचाती है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए कौन पात्र है?
जिन परिवारों में 10 साल से कम आयु की लड़की है. वे इस योजना के लिए पात्र हैं. इसके लिए जरूरी है कि परिवार ने लड़की के नाम पर किसी भी भारतीय बैंक में सुकन्या समृद्धि अंकाउट खोला हो. साथ ही लड़की भारत की निवासी होनी चाहिए. एनआरआई नागरिक इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का लाभ लेने के लिए आपको किसी सरकारी संस्था या अस्पताल द्वारा जारी जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत होगी. इसके अलावा माता-पिता की पहचान का प्रमाण - राशन कार्ड आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ के लिए टेलीफोन बिल, बिजली बिल, पानी का बिल, पासपोर्ट और माता-पिता की पासपोर्ट सीइज की फोटो की आवश्यकता होती है.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के लिए आवेदन कैसे करें
कोई भी व्यक्ति डाकघर या बैंक में जाकर आसानी से इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है, जहां यह योजना उपलब्ध है. लड़की के नाम पर अकाउंट खोलने के लिए आवेदन पत्र को सभी दस्तावेजों के साथ जमा करना होगा.

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के फायदे

  • इस योजना के तहत लड़की के लिए खोला गया खाता पूरी तरह से टैक्स फ्री है.
  • इस अकाउंट का इस्तेमाल माता-पिता अपनी बेटियों की शिक्षा और भविष्य में उनकी शादी के लिए पैसे बचाने के लिए कर सकते हैं.
  • इस योजना में आप SSA या सुकन्या समृद्धि अकाउंट के लिए भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
  • लड़की की उम्र 18 साल होने पर इस खाते से पैसे निकालने की अनुमति होगी.
  • योजना के तहत अकाउंट में 1.5 लाख रुपये सालाना जमा हो सकते हैं.
  • इस योजना में 7-8 फीसदी प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज दर मिलती है

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