देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक घपलेबाजी का मामला एक के बाद एक गिरफ्तारियों के चलते लगातार बड़े स्तर के नेटवर्क तक पहुंचता जा रहा है. मामले की ताबड़तोड़ जांच कर रही STF ने अब नैनीताल सीजेएम कोर्ट में कनिष्ठ सहायक पद पर तैनात महेंद्र चौहान को देर रात गिरफ्तार किया है.
उत्तराखंड STF की जांच के अनुसार काशीपुर में एक दिन पहले पेपर लीक मामले में गिरफ्तार दो पुलिसकर्मियों के नेटवर्क से नैनीताल CJM (Chief Judicial Magistrate) कोर्ट का कर्मचारी महेंद्र चौहान भी जुड़ा हुआ था. आरोपी को देर रात तक एसटीएफ की लंबी पूछताछ के बाद साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के अनुसार अभी इस पूरे गोरखधंधे में कई गिरफ्तारियां और बड़े चौंकाने वाले खुलासे सामने आ सकते हैं. सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो राज्य के बेरोजगारों, होनहार शिक्षित युवाओं का हक मार अन्य नाकाबिल लोगों से मोटी रकम वसूल कर सरकारी नौकरी में सिलेक्शन करने वाले बड़ी मछलियां भी कानून के शिकंजे में इस बार आ सकती हैं.
पढ़ें- UKSSSC पेपर लीक: कुमाऊं एसपी के गनर सहित दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार, ₹35.89 लाख बरामद
STF का कुमाऊं में डेरा: उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग 2021 पेपर लीक मामले में एक बहुत बड़ा नेटवर्क एसटीएफ की जांच में गढ़वाल से कुमाऊं और लखनऊ प्रिंटिंग प्रेस तक से जुड़ा हुआ है. अभी तक इस मामले में 12 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. फिलहाल, पेपर लीक गोरखधंधे की कड़ियों को जोड़ने के लिए एसटीएफ की टीम ने कुमाऊं में डेरा डाला हुआ है.
बीते रोज हुई थी दो गिरफ्तारी: UKSSSC पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने कुमाऊं एसपी के गनर सहित दो पुलिस जवानों को गिरफ्तार किया था. एसटीएफ ने ₹35.89 लाख की नकदी भी बरामद की थी.