ऋषिकेश: नगर निगम के आउटसोर्स कर्मियों ने ठेकेदार पर शोषण का आरोप लगाया है. कर्मियों का आरोप है कि वह कई सालों से कार्यरत है, लेकिन नए ठेकेदार द्वारा पूर्व में मिलने वाले वेतन को बढ़ाये जाने की बजाय कम वेतन दिया जा रहा है. जिसकी वजह से कर्मियों ने आज श्रम विभाग में इसकी शिकायत की.
ऋषिकेश नगर निगम में आउटसोर्स द्वारा कई कर्मचारी कार्यरत है. जिनको निविदा के ठेकेदार द्वारा वेतन दिया जाता है. निगम ठेकेदार पर कर्मचारियों ने शोषण का आरोप लगाया है. आरोप है कि कर्मियों को पूर्व में मिलने वाले वेतन को बढ़ाए जाने की बजाय वेतन से कटौती कर दी गई. इतना ही नहीं कर्मचारियों को किसी भी प्रकार की छुट्टी का लाभ भी नहीं दिया जा रहा है. वहीं उनके वेतन से जीएसटी भी काटी जा रही है. ठेकेदार द्वारा किए जा रहे शोषण के खिलाफ पीड़ित कर्मचारियों ने श्रम विभाग की शरण ले ली है. वहीं, श्रम विभाग ने सुनवाई के लिए कर्मियों एवं ठेकेदार दोनों पक्षों को बुलाया और अपना-अपना पक्ष रखने का समय दिया है.
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गौरतलब है कि पूर्व में नगर पालिका के समय आउटसोर्सिंग ठेकेदार द्वारा दो प्रतिशत लाभांश पर कर्मचारी उपलब्ध करवाया जा रहा था, लेकिन इस बार अचानक ठेकेदार के लाभांश को दो प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है. ऐसे में ये साफ जाहिर होता है कि ठेकेदार को सीधा-सीधा लाभ पंहुचाया जा रहा है. इस प्रक्रिया के बाद टेंडरिंग कमेटी पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.