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हरीश रावत वोटर लिस्ट से गायब, कांग्रेस के कई और नेता भी नहीं डाल पाए वोट, बीजेपी ने कसा तंज - UTTARAKHAND CIVIC ELECTIONS 2025

उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव 2025 में हरीश रावत वोट नहीं डाल पाए है, जिसको लेकर जमकर राजनीति हो रही है.

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उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव 2025 में हरीश रावत की चर्चा. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 23, 2025, 3:50 PM IST

Updated : Jan 23, 2025, 5:18 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव 2025 में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का वोटर लिस्ट से नाम गायब होना चर्चा का विषय बना हुआ हैं. इस कारण हरीश रावत निकाय चुनाव में अपना वोट भी नहीं डाल पाए हैं. वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने का जिम्मेदार उन्होंने बीजेपी को बताया है. हरीश रावत के अलावा कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों का नाम भी वोटिंग लिस्ट से गायब हैं. वहीं अब कांग्रेस के आरोपों का बीजेपी ने कटाक्ष के साथ जवाब दिया है.

हरीश रावत के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत मतदान के प्रति कितने जागरूक है, इसका पता इससे लगता है कि वो वोटिंग के दिन ही अपने मत को ढूंढने निकले हैं. शायद हरीश रावत को पता ही नहीं है कि वो कहां के वोटर हैं.

हरीश रावत के आरोपों पर बीजेपी का जवाब. (ETV Bharat)

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा हरीश रावत कभी हरिद्वार तो कभी उधम सिंह नगर तो कभी अल्मोड़ा से चुनाव लड़ते हैं. हरीश रावत को तो यही नहीं पता है कि वो ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता हैं या फिर निकाय के वोटर. प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तंज कसते हुए कहा कि जब चुनाव के दिन हार होने लगती है तो आरोप के लिए कुछ रास्ते ढूंढ़े जाते हैं. देहरादून में अपना मतदान ढूंढने का उनका एकमात्र यही लक्ष्य है.

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि, इस तरह की परिस्थितियों का निर्माण करके हरीश रावत सिर्फ और सिर्फ दिखावटी नाटक कर रहे हैं. ऐसे नाटक करना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को शोभा नहीं देता है.

लिस्ट में नहीं मिला हरीश रावत का नाम: इससे पहले ईटीवी भारत से बातचीत में पूर्व सीएम हरीश रावत ने बताया था कि, वो वोट देने वार्ड नंबर 76 में पहुंचे थे. उन्होंने वोट डालने के लिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची से पर्ची लाने के लिए कहा. जब कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर सूची में हरीश रावत का नाम खोजा तो पता चला कि उनका नाम सूची में है ही नहीं. हरीश रावत का कहना था कि उनको इस बारे में पहले से सचेत रहना चाहिए था कि कहीं मतदाता सूची में उनका नाम काटा तो नहीं गया.

इसके साथ ही कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी की ओर से कहा गया कि उनका और उनके परिवार का नाम वोटर लिस्ट में नहीं मिल रहा है. उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी वोटिंग की थी, लेकिन उनका नाम इस बार की निकाय चुनाव की सूची से गायब है.

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देहरादून: उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव 2025 में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का वोटर लिस्ट से नाम गायब होना चर्चा का विषय बना हुआ हैं. इस कारण हरीश रावत निकाय चुनाव में अपना वोट भी नहीं डाल पाए हैं. वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने का जिम्मेदार उन्होंने बीजेपी को बताया है. हरीश रावत के अलावा कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों का नाम भी वोटिंग लिस्ट से गायब हैं. वहीं अब कांग्रेस के आरोपों का बीजेपी ने कटाक्ष के साथ जवाब दिया है.

हरीश रावत के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत मतदान के प्रति कितने जागरूक है, इसका पता इससे लगता है कि वो वोटिंग के दिन ही अपने मत को ढूंढने निकले हैं. शायद हरीश रावत को पता ही नहीं है कि वो कहां के वोटर हैं.

हरीश रावत के आरोपों पर बीजेपी का जवाब. (ETV Bharat)

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा हरीश रावत कभी हरिद्वार तो कभी उधम सिंह नगर तो कभी अल्मोड़ा से चुनाव लड़ते हैं. हरीश रावत को तो यही नहीं पता है कि वो ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता हैं या फिर निकाय के वोटर. प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने तंज कसते हुए कहा कि जब चुनाव के दिन हार होने लगती है तो आरोप के लिए कुछ रास्ते ढूंढ़े जाते हैं. देहरादून में अपना मतदान ढूंढने का उनका एकमात्र यही लक्ष्य है.

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि, इस तरह की परिस्थितियों का निर्माण करके हरीश रावत सिर्फ और सिर्फ दिखावटी नाटक कर रहे हैं. ऐसे नाटक करना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को शोभा नहीं देता है.

लिस्ट में नहीं मिला हरीश रावत का नाम: इससे पहले ईटीवी भारत से बातचीत में पूर्व सीएम हरीश रावत ने बताया था कि, वो वोट देने वार्ड नंबर 76 में पहुंचे थे. उन्होंने वोट डालने के लिए अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची से पर्ची लाने के लिए कहा. जब कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र पर सूची में हरीश रावत का नाम खोजा तो पता चला कि उनका नाम सूची में है ही नहीं. हरीश रावत का कहना था कि उनको इस बारे में पहले से सचेत रहना चाहिए था कि कहीं मतदाता सूची में उनका नाम काटा तो नहीं गया.

इसके साथ ही कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी की ओर से कहा गया कि उनका और उनके परिवार का नाम वोटर लिस्ट में नहीं मिल रहा है. उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी वोटिंग की थी, लेकिन उनका नाम इस बार की निकाय चुनाव की सूची से गायब है.

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Last Updated : Jan 23, 2025, 5:18 PM IST
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