डोईवाला: जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर तैयारियों का पता लगाने के लिए एयरक्राफ्ट पर इमरजेंसी के लिए मॉक ड्रिल की गई. मॉक ड्रिल में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सीआईएसएफ के जवान, एयरलाइंस, जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, राज्य अग्निशमन सेवा, हिमालयन हॉस्पिटल, इंद्रेश हॉस्पिटल की टीमें मौजूद रहीं.
4 सितंबर को जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर दिल्ली से देहरादून की ओर जाने वाली एक एयरलाइन के विमान की मॉक ड्रिल की गई. योजना के अनुसार एयरलाइन का जहाज रनवे पर फिसल गया. जिसमें जहाज का पहिया टूट गया. पहिया टूटने से जहाज में आग लग गई. दुर्घटना की सूचना पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर ने तुरंत एयरपोर्ट रेस्क्यू को और फायर फाइटिंग फोर्स को अलर्ट किया.
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जिसके बाद तमाम कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई शुरू की. जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, अग्निशमन सेवाओं, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य और आसपास के अस्पताल को भी इस बारे में सूचित किया गया. सभी कर्मचारी बचाव कार्य में लग गए. हवाई अड्डे के अधिकारियों की मदद करने के लिए दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और आग बुझाई गई. दुर्घटना के शिकार लोगों को बचाया गया. घायलों की डॉक्टरों और पैरामेडिकल ने मदद की. एंबुलेंस के जरिए मरीजों को अस्पतालों में भेजा गया.
एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने बताया कि पूरे मॉक ड्रिल की निगरानी एयरपोर्ट के अधिकारियों की देखरेख में की गई. मॉक ड्रिल के माध्यम से जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर अचानक बड़ी घटना होने पर किस तरीके से व्यवस्था की जाए, इसकी तैयारी की गई.