देहरादून: 22 अप्रैल से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. चारधाम यात्रा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने गढ़वाल मंडल के सभी जिलाधिकारियों को पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी भी उपलब्ध कराई है.
स्वास्थ्य सचिव ने चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का अनुपालन करने की बात कही है. साथ ही इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित और जागरूक करने की बात भी स्वास्थ्य विभाग ने कही है. इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू करने से पहले मेडिकल चेकअप करवा लें. यात्रा के दौरान जरूरी दवाएं, छोटे मेडिकल उपकरण अपने साथ रखने की बात कही गई है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा के लिए दिशा निर्देश
- चारधाम यात्रा पर आने की योजना से पहले चिकित्सा और ट्रैक की तैयारी सुनिश्चित कर लें. ऊंचाई बीमारी का कारण बन सकती है. इसके लिए योजना बनाना, तैयारी करना और पैकिंग करना महत्वपूर्ण है.
- अपनी यात्रा की योजना कम से कम 7 दिनों के लिए बनाएं. वातावरण के अनुरूप अनुकूलन के लिए समय दें.
- अनेक ब्रेक की योजना बनाएं. ट्रेक के हर एक घंटे बाद या ऑटोमोबाइल चढ़ाई के हर 2 घंटे बाद 5-10 मिनट का ब्रेक लें.
- रोजाना 5-10 मिनट के लिए श्वास व्यायाम का अभ्यास करें. रोजाना 20-30 मिनट टहलें.
- यदि यात्री की आयु 55 वर्ष है या वह हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप या मधुमेह से ग्रस्त है, तो यात्रा के लिए फिटनेस सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य जांच करवाएं.
- गर्म कपड़े, ऊनी स्वेटर, धर्मल, पफर जैकेट, दस्ताने, मोजे, बारिश से बचाव के यंत्र रेनकोट, छाता स्वास्थ्य जांच उपकरण पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर पहले से मौजूद स्थितियों (हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह) वाले यात्रियों के लिए- सभी जरूरी दवा, परीक्षण उपकरणों और अपने घर के चिकित्सक का संपर्क नंबर ले जाएं.
- अपनी यात्रा से पहले मौसम रिपोर्ट की जांच लें. सुनिश्चित करें कि आपके पास ठंडे तापमान में प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े हैं.
- अगर आपके डॉक्टर यात्रा न करने की सलाह देते हैं, तो यात्रा न करें.
- यात्रा के दौरान स्वस्थ, सतर्क रहें. सफल यात्रा हेतु अपनी सुविधा के लिए यात्रा मार्ग के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा रखे गए संचार को देखें. सभी दिशा निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें.
- यात्रियों की सेवा के लिए नियोजित निकटतम चिकित्सा इकाई के मानचित्र का संदर्भ लें.
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल, उत्तराखंड चिकित्सा इकाई की पहचान करने के लिए इमारतों पर स्पष्ट नाम बोर्ड देखें.
- यदि आप या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को नीचे दिए गए लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो कृपया तुरंत निकटतम चिकित्सा इकाई पर पहुंचें त्वरित जांच आपके जीवन को बचा सकती है.
- सीने में दर्द, सांस की तकलीफ (बात करने में कठिनाई), लगातार खांसी, चक्कर आना/भटकाव (चलने में कठिनाई), उल्टी, बर्फीली/ठंडी त्वचा, शरीर के एक तरफ कमजोरी/सुन्नता जैसे लक्षण महसूस हों तो तत्काल चिकित्सा इकाई पर जाकर जांच कराएं.
- उच्च ऊंचाई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है. एक मिनट की सावधानी आपका जीवन बचा सकती है.
- 55 वर्ष की आयु वाले यात्री, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोगी, उच्च रक्तचाप, अस्थमा और मधुमेह के इतिहास वाले यात्री, अधिक मोटापे से ग्रस्त लोगों को यात्रा के दौरान विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
- इसके अलावा कोई भी स्वास्थ्य सम्बंधित आपातकालीन घटना होने पर 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें.
- यात्रा के दौरान शराब, कैफीनयुक्त ड्रिंक्स, नींद की गोलियां और मजबूत/शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करें, धूम्रपान से भी बचें.
- यात्रा के दौरान कम से कम 2 लीटर तरल पदार्थ पीएं और भरपूर पौष्टिक आहार लें.