देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) ने मसूरी में होने वाले इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव को लेकर सोशल मीडिया पर कटाक्ष किया है हरदा ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि ''इन्वेस्टर मामा दिखाकर त्रिवेंद्र सिंह रावत वाहवाही लूटी, अब आप उसी काठ की हांडी को फिर से चूल्हे में चढ़ाने जा रहे हो! धन्य हो उत्तराखंड, तेरे पास कैसे-कैसे महारथी पुत्र हैं!''
प्रदेश में साल 2018 में हुए इंवेस्टर्स समिट को लेकर ईटीवी भारत ने एक खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी. जिसके बाद से विपक्षी दल और नेता राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं.
बता दें कि उत्तराखंड 2018 इन्वेस्टर्स समिट में 1.25 लाख करोड़ का एमओयू साइन हुआ था, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश से निवेशक गायब है. वर्तमान में केवल 13 हजार करोड़ का ही निवेश प्रदेश में हुआ है. ऐसे में अक्टूबर में राज्य सरकार एक बार फिर से मसूरी में उद्योगपतियों को जुटाने के लिए मसूरी में इन्वेस्टर्स कॉन्क्लेव करने जा रही है.
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अपने चिरपरिचित अंदाज में अपने सोशल मीडिया पर धामी सरकार की इस मुहिम पर तंज कसा है. हरदा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि '' उत्तराखंड की बड़ी खबर! त्रिवेंद्र जी का मंत्र मानकर अब पहले इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के इन्वेस्टर्स को खोज रहे हैं, श्री श्री नये मुख्यमंत्री जी. धामी जी जिस कॉन्क्लेव को आप कराने जा रहे हैं, उस कॉन्क्लेव में भाग लेकर इन्वेस्टर्स जब तक अपने मुकाम पर पहुंचेगा तब तक चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी.
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हरदा ने आगे लिखा है कि ''क्यों 3 साल से बड़े-बड़े वादे कर लापता हो चुके बड़े-बड़े नामचीन लोगों को उत्तराखंड खोज रहा है, उसकी खोज को क्यों और कष्ट कारक बना रहे हो? "चंदामामा दूर के" तो इन्वेस्टर मामा दिखाकर पहले त्रिवेंद्र सिंह जी ने वाहवाही लूटी, अब आप उसी काठ की हांडी को फिर से चूल्हे में चढ़ाना चाह रहे हो! धन्य हो उत्तराखंड, तेरे पास कैसे-कैसे महारथी पुत्र हैं!