देहरादून: उत्तराखंड की राजनीति में पूर्व सीएम हरीश रावत की सक्रियता इनदिनों चर्चाओं में है. हालांकि हरदा का आंदोलन सत्ता विरोधी है, लेकिन इन कार्यक्रमों को कांग्रेस के लिए ही चुनौती माना जा रहा है. भाजपा भी हरदा की सक्रियता को इसी रूप में देख रही है.
बता दें कि, अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद हरीश रावत दिल्ली से उत्तराखंड में आ गए थे. जिसके बाद हरदा ने एकाएक तमाम मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विरोध का बिगुल फूंकना शुरू कर दिया था. हरीश रावत की सक्रियता को देखते हुए सरकार ठिठकी जरूर है. वहीं कांग्रेसी नेता मान रहे हैं कि बीजेपी को हरीश रावत ही चुनौती दे सकते हैं.
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भाजपा नेता वीरेंद्र बिष्ट ने हरीश रावत की सक्रियता को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि मुसीबत के वक्त हरदा पिछले 3 महीने से कहां थे? पहले उन्हें ये बताना चाहिए. उन्होंने कहा कि ये हरदा की राजनीति में बने रहने की कोशिश है और वो कांग्रेस के लिए ही चुनौती बने हुए हैं.
हरीश रावत पर तंज कसता देख कांग्रेसी नेता भी जोश में हैं. हालांकि उन्होंने जो बयान दिया उसने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं. कांग्रेसी नेता मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि भाजपा के लिए यदि कोई चुनौती पैदा कर सकता है तो वो हरीश रावत ही हैं और अब सरकार उनकी सक्रियता से परेशान हो गई है.