विकासनगर: चकराता के लांघा पोखरी स्थित बालिका आश्रम पद्धति विद्यालय में 300 छात्राएं अध्ययनरत हैं. शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 115 छात्राओं ने व्रत रखा था. देर रात्रि को व्रत खोलने के बाद जब वे डाइनिंग टेबल पर भोजन करने के लिए गई तो उनमें से कुछ ही छात्राओं को भोजन मिल पाया, जबकि 36 छात्राएं भूखी ही सो गई. इसके साथ ही शनिवार सुबह नाश्ते में सड़े हुए ब्रेड दिए जा रहे थे. जिस पर स्थानीय अभिभावकों ने ठेकेदार के खिलाफ जमकर हंगामा करते हुए जिलाधिकारी देहरादून और समाज कल्याण मंत्री को फैक्स के माध्यम से पत्र भेजा.
स्थानीय अभिभावक सालक राम जोशी ने बताया कि बार-बार ठेकेदार द्वारा सही भोजन न दिए जाने की बात कही जा रही थी. बीती रात्रि को कई छात्राओं को भोजन नहीं मिल पाया. साथ ही सुबह नाश्ते में भी फंगल वाले ब्रेड दिए गए. इस संबंध में हम लोगों ने जिलाधिकारी देहरादून, समाज कल्याण अधिकारी जनजाति आयोग को भी फैक्स के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है. बच्चों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. शीघ्र ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो सभी ग्रामीण उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
ये भी पढ़ें: भारत की 228 ऐतिहासिक धरोहरों करें दीदार, इस 'वंडर ऑफ ताज' में है बहुत कुछ खास
स्कूली छात्रा काजल राणा ने बताया कि हमारे विद्यालय में 300 छात्राएं अध्ययनरत हैं. खाने में समस्या आ रही है. 2 दिनों से खाना नहीं मिल रहा है. साथ ही नाश्ते में सड़े हुए ब्रेड मिल रहे हैं.
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य अनिल सकलानी ने बताया कि शुक्रवार को जन्माष्टमी पर 115 लड़कियों ने व्रत रखा था. रात को 12 बजे व्रत खोलने के बाद लड़कियां भोजन करने के लिए डाइनिंग टेबल पर गई तो 36 लड़कियों को भोजन नहीं मिला. सुबह नाश्ते में ब्रेड परोसे गए कुछ को सही ब्रेड दिए गए लेकिन बाकी कुछ-कुछ सड़े हुए ब्रेड परोसे गए, जिसे हमने तत्काल रोक दिया. कुछ लड़कियों को नाश्ता नहीं मिल पाया है. ठेकेदार के खिलाफ सक्षम अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है.