देहरादून: कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार की ओर से मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना शुरू की गई है. इसके तहत कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने आज दूसरे चरण में 356 अनाथ बच्चों के खातों में ऑनलाइन माध्यम से 3-3 हजार रुपए की धनराशि भेजी.
बता दें, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का शुभारंभ बीते 2 अगस्त 2021 को किया गया था. प्रदेश में अब तक कुल 2,347 बच्चे चिह्नित किए गए हैं. शुभारंभ के मौके पर ही 1,062 बच्चों को प्रथम किस्त के 3-3 हजार रुपये हस्तांतरित किए गए थे. वहीं, आज दूसरे चरण के तहत 356 छात्रों के खातों में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने ऑनलाइन माध्यम से 3-3 हजार रुपये की धनराशि भेजी है. इस तरह अब तक कुल 1,418 बच्चे अब तक इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं.
बता दें, द्वितीय चरण में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने बागेश्वर जिले से 21, नैनीताल से 76, देहरादून से 186, टिहरी गढ़वाल से 04, पिथौरागढ़ से 08, अल्मोड़ा से 21 और हरिद्वार से 40 बच्चों के खातों में ऑनलाइन सहायता राशि भेजी है.
इस दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत आने वाले सभी बच्चे उन्हें अपनी बुआ मानें. यह बुआ अपने बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करने देगी. यदि योजना का लाभ मिलने में किसी भी बच्चे को दिक्कत आती है, तो वह अभी बुआ से सीधे संपर्क कर सकते हैं.
पढ़ें- BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यक्रम में बदलाव, देहरादून-हरिद्वार में होंगी सभी बैठकें
बता दें, वात्सल्य योजना का लाभ प्रदेश के हर उन बच्चों को दिया जा रहा है, जिन्होंने कोरोना संक्रमण या फिर किसी अन्य बीमारी के चलते अपने माता-पिता दोनों को या फिर दोनों में से किसी एक को खो दिया है. इस योजना के तहत सरकार 21 वर्ष तक के प्रभावित बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही उन्हें स्कूलों में पढ़ाने की जिम्मेदारी भी उठा रही है.