देहरादून: प्रदेश में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी. उन्होंने अपने अधिकांश कामकाज मोबाइल और वीडियो चैटिंग के माध्यम करने का फैसला किया है. वहीं, उन्होंने भाजपा को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सलाह देते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और मंत्रियों को केवल वर्चुअल कांटेक्ट तक ही सीमित रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि भाजपा अपने को नियंत्रित नहीं करेगी, तो विपक्ष की भी मजबूरी होगी कि वह सार्वजनिक कार्यक्रमों को आयोजित करेगी.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती स्थिति को देखकर प्रत्येक व्यक्ति को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया है कि अब अपना अधिकांश कामकाज केवल मोबाइल फोन और यदि जरूरी हुआ तो वीडियो चैटिंग के माध्यम से करेंगे. उन्होंने कहा कि किसी कार्यक्रम में शामिल होना होगा तो बेहद सावधानी बरतते हुए क्रार्यक्रम में शिरकत करेंगे. इस दौरान वे चाहेंगे की कम से कम लोगों से संपर्क में आएं.
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कोरोना वायरस की वर्तमान परिस्थितियों को देखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री और उनके मंत्रियों को भी उनकी सलाह है कि वे केवल वर्चुअल कांटेक्ट तक ही सीमित रहें. यदि भाजपा अपने को नियंत्रित नहीं करेगी तो विपक्ष भी मजबूरन सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करेगा. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि राज्य के प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि कोरोना संक्रमण न फैले. उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल को इस दिशा में स्वयं उदाहरण स्थापित करना चाहिए मगर वो ऐसा नहीं कर रही है.