देहरादून: बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद अब सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए पुलिस ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में डीजीपी अशोक कुमार ने जिन घरों में बुजुर्ग अकेले रहते हैं, उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए निर्देशित किया है. साथ ही पुलिस एप के संचालन के लिए सीनियर सिटीजनों को इमरजेंसी बटन का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. जिसके लिए डीजीपी ने बैठक कर अधिकारियों को निर्देशित किया है.
वहीं बुजर्गों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक थाने से महिला हेल्प डेस्क प्रभारी को नोडल अधिकारी चुना जाएगा. वहीं पुलिस उपाधीक्षक (महिला सेल) को सीनियर सिटीजन सेल का नोडल अधिकारी बनाया जाएगा. बुजुर्गों की सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. इस दौरान डीजीपी द्वारा स्थानीय पुलिस को प्रत्येक महीने सीनियर सिटीजन के घरों का भ्रमण कर उनकी कुशलता पूछने को कहा गया है.
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साथ ही पुलिस को महीने में 2 बार दूरभाष और मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क करने के निर्देश दिए गए हैं. स्थानीय पुलिस को भ्रमण के दौरान सीनियर सिटीजन को उत्तराखंड पुलिस एप और इमरजेंसी बटन (एसओएस) की जानकारी दिये जाने के लिए निर्देशित किया है. अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आस-पड़ोस के सामाजिक कार्यकर्ताओं को सीनियर सिटीजन की मदद के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.
डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि घरों पर अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन की सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस को मोहल्ला समिति और सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं. वर्तमान में प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 1067 सीनियर सिटीजन और 2398 वरिष्ठ नागरिकों के द्वारा उत्तराखंड पुलिस एप में रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है. सीनियर सिटीजन की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है.