देहरादून: पर्यटन सीजन में इस बार देहरादून और मसूरी में पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है. ऐसे में एक तरफ जहां पर्यटकों को जाम से जूझना पड़ा रहा है तो वहीं उन्हें रुकने के लिए होटल और लॉज नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में पर्यटक या तो वापस जा रहे हैं या फिर सड़कों पर ही रात गुजारने को मजबूर हैं. पर्यटकों की इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए नगर निगम देहरादून ने रैन बसेरों की व्यवस्था की है, जहां यात्री आराम से रात गुजार सकें.
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बता दें उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में तापमान 45 डिग्री पार पहुंच चुका है. ऐसे में पर्यटक गर्मी से बचने के लिए पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं. जिसका असर देहरादून और मसूरी में देखने को मिल रहा है. मेन स्पॉट पर इस वक्त लोगों को पैर रखने की भी जगह नहीं है. इतना ही नहीं, होटलों में कमरा न मिलने पर लोग खुले में सोने के लिए भी मजबूर हैं. नैनीताल और मसूरी के गेस्ट हाउस और होटेल रुम आउट ऑफ स्टॉक हैं.
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यात्रियों की इन्हीं परेशानी को देखते हुए नगर निगम देहरादून आगे आया है और उनके लिए रैन बसेरों को खोल दिया है. मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि गर्मी की छुट्टियों के चलते राजधानी में काफी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं, जिसे देखते हुए ये कदम उठाया गया है. अधिकारियों को रैन बसेरों में सुरक्षा और सफाई व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
मेयर गामा ने बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों की बैठक बुलाई. जिसमें उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में पर्यटक दून आ रहे हैं. जिसके कारण होटल आदि फुल चल रहे हैं. पर्यटकों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए चुक्खु मोहल्ला, पटेलनगर और ट्रांसपोर्ट नगर स्थित रैन बसेरे को उनके लिए नि:शुल्क खोल दिया जाएं.
रैनबसेरों की क्षमता
- चुक्खु मोहल्ला रैन बसेरा - 100 व्यक्ति
- पटेलनगर रैन बसेरा - 139 व्यक्ति
- ट्रांसपोर्ट नगर रैन बसेरा - 50 व्यक्ति