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अब नहीं होगी PWD और नगर निगम के बीच तू-तू-मैं-मैं, इस प्लान के तहत होगा काम

देहरादून में सड़क निर्माण को लेकर हमेशा नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के बीच विवाद चलता रहता था. कई बार दोनों ही सड़क निर्माण की स्वीकृति कर ले लेते थे. जिससे करोड़ों रुपए की बर्बादी होती थी.

Dehradun Municipal Corporation
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Published : May 18, 2019, 12:04 AM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून में गली मोहल्ले ओर मुख्य मार्ग बनाने को लेकर पहले लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और नगर निगम में तालमेल नहीं होने के चलते सड़कों का सही ढंग से निर्माण नहीं हो पा रहा था. इसके अलावा मार्ग पर जगह-जगह मलबा भी पड़ा रहता था. जिसके चलते आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि इसके लिए विभाग ने एक नया प्लान तैयार किया है.

पढ़ें- सार्वजनिक शौचालय के निर्माण को लेकर कांग्रेसी सभासदों ने किया मेयर का घेराव

देहरादून में सड़क निर्माण को लेकर हमेशा नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के बीच विवाद चलता रहता था. कई बार दोनों ही सड़क निर्माण की स्वीकृति कर ले लेते थे. जिससे करोड़ों रुपए की बर्बादी होती थी. साथ ही सड़क निर्माण का काम भी अधर में लटक जाता था. ऐसे में दोनों विभाग के बीच तालमेल बने और कार्य का सही तरीके आवंटन हो सके. इसके लिए नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी हर 15 दिन एक बार बैठक करेगा, जहां शहर की सड़कों के निर्माण को लेकर चर्चा की जाएगी. बैठक में सड़क निर्माण को लेकर चर्चा होगी की कौन सी सड़क किस के पास है और उस पर किसका अधिकार है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मेयर सुनील उनियाल गामा ने एक अहम बैठक की थी. बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि पीडब्ल्यूडी को कोई निर्माण कार्य करना है तो उसके लिए नगर निगम से एनओसी लेनी होगी.

पढ़ें- गजब! खराब हो चुके सामान को खरीदने की तैयारी में ऊर्जा निगम

इसके अवाला नगर निगम जिस सड़क पर काम कर रहा है वहां पीडब्ल्यूडी काम न करे. जिससे तय हो जाएगा कि सड़क निर्माण कार्य कौन सा विभाग कर रहा है. साथ ही हर 15 दिन में दोनों विभाग मिलकर बैठक करेंगे. इसके एक तो सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं होगा और दोनों विभागों में तालमेल बना रहेगा.इसके अलावा पीडब्ल्यूडी के काम के कारण सड़कों पर जो मलबा फैला हुआ है, उसे जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए गए है. ताकि नगर निगम इलाके की सफाई कर सके. इसके अवाला नगर निगम की दो टीमें बनाई गई है, जो भवन निर्माण के दौरान जो मलबा सड़क पर पड़ा होगा उसे 24 घंटे के अंदर हटाने का काम करेंगी. यदि मालिक इस मलबे को 24 घंटे के अंदर नहीं हटता है तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा.

देहरादून: राजधानी देहरादून में गली मोहल्ले ओर मुख्य मार्ग बनाने को लेकर पहले लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और नगर निगम में तालमेल नहीं होने के चलते सड़कों का सही ढंग से निर्माण नहीं हो पा रहा था. इसके अलावा मार्ग पर जगह-जगह मलबा भी पड़ा रहता था. जिसके चलते आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि इसके लिए विभाग ने एक नया प्लान तैयार किया है.

पढ़ें- सार्वजनिक शौचालय के निर्माण को लेकर कांग्रेसी सभासदों ने किया मेयर का घेराव

देहरादून में सड़क निर्माण को लेकर हमेशा नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के बीच विवाद चलता रहता था. कई बार दोनों ही सड़क निर्माण की स्वीकृति कर ले लेते थे. जिससे करोड़ों रुपए की बर्बादी होती थी. साथ ही सड़क निर्माण का काम भी अधर में लटक जाता था. ऐसे में दोनों विभाग के बीच तालमेल बने और कार्य का सही तरीके आवंटन हो सके. इसके लिए नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी हर 15 दिन एक बार बैठक करेगा, जहां शहर की सड़कों के निर्माण को लेकर चर्चा की जाएगी. बैठक में सड़क निर्माण को लेकर चर्चा होगी की कौन सी सड़क किस के पास है और उस पर किसका अधिकार है.

नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मेयर सुनील उनियाल गामा ने एक अहम बैठक की थी. बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि पीडब्ल्यूडी को कोई निर्माण कार्य करना है तो उसके लिए नगर निगम से एनओसी लेनी होगी.

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इसके अवाला नगर निगम जिस सड़क पर काम कर रहा है वहां पीडब्ल्यूडी काम न करे. जिससे तय हो जाएगा कि सड़क निर्माण कार्य कौन सा विभाग कर रहा है. साथ ही हर 15 दिन में दोनों विभाग मिलकर बैठक करेंगे. इसके एक तो सरकारी पैसे का दुरुपयोग नहीं होगा और दोनों विभागों में तालमेल बना रहेगा.इसके अलावा पीडब्ल्यूडी के काम के कारण सड़कों पर जो मलबा फैला हुआ है, उसे जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए गए है. ताकि नगर निगम इलाके की सफाई कर सके. इसके अवाला नगर निगम की दो टीमें बनाई गई है, जो भवन निर्माण के दौरान जो मलबा सड़क पर पड़ा होगा उसे 24 घंटे के अंदर हटाने का काम करेंगी. यदि मालिक इस मलबे को 24 घंटे के अंदर नहीं हटता है तो उसके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा.

Intro:देहरादून में गली मोहल्ले ओर मुख्य मार्ग बनाने को लेकर पहले पीडब्लूडी विभाग और नगर निगम में तालमेल नही होने के कारण एक ही सड़क के लिए दो जगह स्वीकृति लेने के चलते सड़को का निर्माण नही हो रहा था।साथ ही पीडब्लूडी के द्वारा काम कराने के बाद जगह जगह मलबा पड़ा रहता है।जिस कारण नगर निगम साफ सफाई कराने के लिए काफी मुश्किल होती है।लेकिन अब नगर निगम और पीडब्ल्यूडी से तालमेल बनाने के लिए हर 15 दिन में दोनो विभागों की बैठक की जायेगी।और बैठक में सड़क निर्माण के लिए निर्णय लिया जायेगा की कोनसा विभाग सड़क निर्माण करेगा।


Body:देहरादून में सड़क निर्माण को लेकर नगर निगम और पीडब्लूडी में हमेशा विवाद रहा है।कई बार दोनो ही विभाग एक सड़क बनाने की स्वीकृति कर लेते थे।जिस कारण सरकार के रुपय की बर्बादी होती तो थी साथ ही सड़क निर्माण का काम भी अधर में लटक जाता था।लेकिन नगर निगम शहर की सड़क बनाने को लेकर सख्त होता नजर आ रहा है।ओर वही पिछले कुछ दिनों से शहर में अतिक्रमण हटाने का काम चल रहा है।और अतिक्रमण हटाये अतिक्रमण का मलबा भी अब तक सड़कों पर पड़ा।जिसके लिए नगर निगम ने पीडब्लूडी विभाग को निर्देश दिए गए है कि जल्द से जल्द सड़को पर पड़े मलबे को हटाने का काम करे।क्योंकि नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को साफ सफाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


Conclusion:नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि नगर निगम और पीडब्लूडी विभाग के बीच सड़क बनाने को लेकर विवाद रहता था।लेकिन नगर निगम अधिकारियों और पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों के बीच मेयर सुनील उनियाल गामा के साथ एक अहम बैठक की गई।जिसमें यह निर्णय लिया गया कि यदि पीडब्लूडी कोई निर्माण कार्य करना है तो उसके लिए नगर निगम से एनओसी लेनी होगी।ओर यदि किसी सड़क पर नगर निगम काम कर रहा है तो उसमें पीडब्लूडी काम न करे।जिससे तय हो जाएगा कि सड़क निर्माण कोनसा विभाग करने जा रहा है।साथ ही हर 15 दिन में दोनो विभाग मिलकर बैठक की जायेगी।हमारी इस बैठक का मकसद है कि सरकार के रुपए का दुरुपयोग न हो।ओर दोनो विभागों में तालमेल बना रहे।और पीडब्लूडी विभाग के द्वारा जो शहर में काम चल रहा है।जिस कारण सड़क पर मलबा रह जाता है।नगर निगम द्वारा सख्ती से पीडब्लूडी को निर्देश दिए गए है कि अगले दो चार दिनों के अंदर जो भी अतिक्रमण विरोधी मलबा सड़क पर है उसको साफ करने का काम करे।और नगर निगम की दो टीमें बना दी है जो सड़क के किनारे मलबा पड़ा दिख जाए तो भवन मालिक को 24 घण्टे के अंदर हटा दे नही तो भारी जुर्माना लगाया जायेगा।

बाइट-विनय शंकर पांडे(नगर आयुक्त)
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