देहरादूनः दून विहार क्षेत्र में चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम और थाना राजपुर पुलिस ने एक नाबालिग किशोरी का रेस्क्यू किया है. किशोरी किसी महिला के घर पर रही थी. महिला ने उसे अपनी बेटी बताया था, लेकिन जांच में वो उसकी बेटी नहीं निकली. आरोप है कि नाबालिग किशोरी के साथ महिला के एक परिचित ने शारीरिक शोषण किया था. जिसके बाद महिला ने पुलिस में शारीरिक शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी. फिलहाल, नाबालिग किशोरी अभी चाइल्ड हेल्पलाइन टीम के पास है.
दरअसल, बीती 23 सितंबर को दून विहार क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने थाना राजपुर में एक तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि उनका एक परिचित उसकी नाबालिग बेटी का शारीरिक शोषण कर रहा है. तहरीर के आधार पर थाना राजपुर पर पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. इसके तहत पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नाबालिग किशोरी का मेडिकल कराया.
वहीं, पुलिस की जांच में जानकारी मिली कि नाबालिग किशोरी पीड़िता की जैविक बेटी नहीं है. जिसके बाद पुलिस ने जिला प्रोबेशन अधिकारी और बाल कल्याण समिति को पीड़िता की काउंसलिंग के लिए कहा. फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है कि किशोरी के असली माता पिता कौन हैं और कहां की रहने वाली है?
ये भी पढ़ेंः काशीपुर में BJP नेता समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, रंगदारी और हत्या के प्रयास का आरोप
वहीं, थाना राजपुर प्रभारी जितेंद्र सिंह चौहान का कहना है आज चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने थाने में आकर बताया कि इस मामले में 26 अक्टूबर को बाल कल्याण समिति की ओर से एक सदस्य काउंसलिंग के लिए पीड़िता के घर गई थी, लेकिन नाबालिग किशोरी की मां ने बाल कल्याण समिति के सदस्य को उससे मिलने नहीं दिया.
जिसके बाद नाबालिग किशोरी के रेस्क्यू के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन देहरादून को निर्देश दिए गए. उसके बाद राजपुर पुलिस ने चाइल्ड हेल्पलाइन देहरादून की टीम के साथ पीड़िता का रेस्क्यू किया. साथ ही पुलिस ने उसे चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम को सौंप दिया. उधर, इस मामले में जांच चल रही है कि महिला का क्या रोल है?