देहरादून: हरिद्वार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election 2022) कांग्रेस के निशाने पर हैं. एक तरफ भाजपा इसे अपनी अब तक की ऐतिहासिक जीत के रूप में सेलिब्रेट कर रही है. दूसरी तरफ कांग्रेस इस चुनाव के परिणाम को पहले से ही तय मान रही थी. पार्टी की मानें तो कांग्रेस भले ही कितनी भी कोशिश कर लेती, चुनाव के रिजल्ट भाजपा के ही पक्ष में आने थे.
कांग्रेस हरिद्वार के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) में मुंह की खाने के बाद अब भाजपा पर हमलावर रुख में है. मौजूदा परिस्थितियों पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत (Congress leader Harak Singh Rawat) ने तो यहां तक कह दिया है कि कांग्रेस के हरीश रावत या कोई भी दूसरे बड़े नेता कितनी भी कोशिश कर लेते, चुनाव परिणाम नहीं बदला जा सकता था. उन्होंने कहा कि भाजपा इस बार तय कर चुकी थी कि उन्हें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव जीतना है. लिहाजा कांग्रेस कितनी भी मेहनत कर लेती परिणाम को नहीं बदला जा सकता था.
पढ़ें-हरिद्वार पंचायत चुनाव में BJP बनी बाहुबली, गांवों में मोदी मैजिक से 2024 की राह हुई आसान
हरक सिंह के इस बयान का समर्थन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी किया है. प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा (Congress state president Karan Mahra) ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया है और रिकाउंटिंग में भाजपा के लोगों को जिताने का काम किया गया, ऐसी स्थिति में कांग्रेस के पास कोई भी विकल्प नहीं था. हरिद्वार में पंचायत चुनाव के दौरान अधिकतर निर्दलीय जीते हैं जो कांग्रेस के बैकग्राउंड से हैं. लेकिन भाजपा ने धनबल और बाहुबल का प्रयोग करते हुए परिणामों को बदलने की कोशिश की.