ऋषिकेश: भारी बारिश के कारण बीते दिनों ऋषिकेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बन गए थे. इस दौरान प्रशासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों को मदद भी पहुंचाई गई थी. कांग्रेस का आरोप है कि प्रशासन ने पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाने और चिन्हीकरण में पक्षपात किया है. इसको लेकर कांग्रेसियों ने तहसील में विरोध प्रदर्शन किया और उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन के जरिए कांग्रेसियों ने उपजिलाधिकारी से मांग की कि जल्द प्रशासन की टीम सभी स्थानों पर जाकर बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री पहुंचाए और चिन्हीकरण में पक्षपात न करे. साथ ही कांग्रेस नेताओं की तरफ से कहा गया कि यदि उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया, तो वो प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतकर आंदोलन करेंगे.
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नगर निगम के पार्षद मनीष शर्मा के नेतृत्व में तमाम कांग्रेसी एकत्रित होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे. मनीष शर्मा ने एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपते हुए अवगत कराया कि भारी बारिश की वजह से बीते दिनों गंगा किनारे बसे इलाकों में पानी भर गया था, जिससे काफी लोगों के घरों को क्षति पहुंची है. लोगों का आर्थिक तौर पर काफी नुकसान भी हुआ है. मुख्य रूप से चंद्रेश्वर नगर, मायाकुंड और अन्य इलाके जल प्रलय प्रभावित हैं.
बारिश रुकने और पानी कम होने के 2 दिन बाद भी कोई अधिकारी पीड़ित इलाकों में मुआयना करने के लिए नहीं पहुंचा है. लोग इस उम्मीद में हैं कि अधिकारी आएंगे और उन्हें हुए नुकसान का आकलन करेंगे. लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं होने से पीड़ित काफी परेशान है. उन्होंने बताया की वार्ड संख्या 1, 2, 3, 7 और 8 में प्रशासन की टीम अभी तक नहीं पहुंची, जबकि इन क्षेत्रों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. स्थानीय पार्षद मधु मिश्रा के पति ने कहा कि कांग्रेसी होने की वजह से शायद उनके और उनसे वार्डों में ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
कांग्रेस के पूर्व नगर कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन की टीम बाढ़ पीड़ितों को चिन्हित करने और राहत सामग्री पहुंचाने में पक्षपात कर रही है. टीम भाजपा के पार्षदों और नेताओं के इशारे पर चिन्हीकरण कर लिस्ट बना रही है. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द प्रभावित इलाकों का निरीक्षण कर अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजनी चाहिए, जिससे पीड़ितों को समय से मुआवजा मिल सके.