देहरादून: प्रदेश में इन दिनों बड़े राजनीतिक बदलाव की चर्चाओं के बीच दिल्ली में हो रहे कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा सभी विधायकों और मंत्रियों को बुलावा भेजे जाने को शक्ति प्रदर्शन से जोड़कर देखा जा रहा है. तो वहीं, भाजपा ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि सरकार को दिल्ली में शक्ति परीक्षण की जरूरत नहीं है. प्रदेश में सरकार का काम बोलता है.
दरअसल, एक तरफ जहां प्रदेश के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा राजनीतिक अस्थिरता को लेकर ट्वीट करने से सीएम बदलने की चर्चाएं जोरों पर हैं तो वहीं, अब हर घटनाक्रम के तार इस राजनीतिक बदलाव से जोड़ कर देखे जा रहे हैं. ऐसी एक चर्चा मुख्यमंत्री द्वारा अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर पोस्ट की है. जिसमें दिल्ली के एक कार्यक्रम में प्रदेश के सभी विधायक और मंत्री को आमंत्रण दिया गया है. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री द्वारा इस कार्यक्रम के जरिए दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है. जहां पर सभी विधायकों को अपने साथ खड़ा करके मुख्यमंत्री खुद का शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं.
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वहीं, प्रदेश भाजपा संगठन ने इस पर सफाई देते हुए कहा गया कि सीएम त्रिवेंद्र रावत को दिल्ली में शक्ति परीक्षण की जरूरत नहीं है, बल्कि प्रदेश में उनका काम बोलता है. उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि दिल्ली में होने जा रहा कार्यक्रम एक निजी कार्यक्रम है, जिसमें शक्ति प्रशिक्षण वाली ऐसी कोई बात नहीं है. प्रदेश में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार बेहतर काम कर रही है और उन्हें किसी भी तरह के शक्ति परीक्षण की जरूरत नहीं है.