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अस्पताल में नवजात की मौत के बाद लोगों का हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

राजकीय अस्पताल रानीखेत में मकड़ों गांव की पूजा रावत ने एक नवजात को जन्म दिया, लेकिन करीब एक घंटे बाद नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर पर बल्ड ग्रुप गलत बताने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.

newborn baby
नवजात की मौत
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Published : Jan 11, 2020, 9:13 AM IST

अल्मोड़ाः रानीखेत स्थित राजकीय अस्पताल में एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है. जहां पर जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने प्रसूता की डिलीवरी से पहले ब्लड ग्रुप की सही से जांच नहीं की. जिस कारण नवजात की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक, मकड़ों गांव निवासी लक्ष्मण सिंह रावत की पत्नी पूजा रावत को अचानक प्रसव पीड़ा हुई. जिसके बाद परिजन महिला को राजकीय अस्पताल रानीखेत ले गए. अस्पताल में भर्ती होने के बाद एक नवजात ने जन्म लिया, लेकिन करीब एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई. वहीं, बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

ये भी पढ़ेंः कोर्ट में गश खाकर गिरा भूपी पांडेय हत्याकांड का मुख्य आरोपी, धोखाधड़ी के मामले में हुआ था पेश

परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे की मां की डिलीवरी से पहले ब्लड ग्रुप पॉजिटिव बताया गया. उसके हिसाब से ही उसे इंजेक्शन लगाए गए. जबकि, डिलीवरी के बाद ब्लड ग्रुप नेगेटिव पाया गया. जिस कारण शिशु की मौत हुई है. उनका कहना है कि पहले ही नेगेटिव ब्लड ग्रुप के आधार पर इंजेक्शन लगाए जाते तो उसकी जान बच सकती थी. ये प्रसूता की दूसरी डिलीवरी थी.

अल्मोड़ाः रानीखेत स्थित राजकीय अस्पताल में एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है. जहां पर जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने प्रसूता की डिलीवरी से पहले ब्लड ग्रुप की सही से जांच नहीं की. जिस कारण नवजात की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक, मकड़ों गांव निवासी लक्ष्मण सिंह रावत की पत्नी पूजा रावत को अचानक प्रसव पीड़ा हुई. जिसके बाद परिजन महिला को राजकीय अस्पताल रानीखेत ले गए. अस्पताल में भर्ती होने के बाद एक नवजात ने जन्म लिया, लेकिन करीब एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई. वहीं, बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.

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परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे की मां की डिलीवरी से पहले ब्लड ग्रुप पॉजिटिव बताया गया. उसके हिसाब से ही उसे इंजेक्शन लगाए गए. जबकि, डिलीवरी के बाद ब्लड ग्रुप नेगेटिव पाया गया. जिस कारण शिशु की मौत हुई है. उनका कहना है कि पहले ही नेगेटिव ब्लड ग्रुप के आधार पर इंजेक्शन लगाए जाते तो उसकी जान बच सकती थी. ये प्रसूता की दूसरी डिलीवरी थी.

Intro:अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित राजकीय अस्पताल में जन्म लेते ही नवजात की मौत हो गई। जिससे अस्पताल में काफी देर तक हंगामा रहा। अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप है कि वह महिला की डिलीवरी से पहले ही ब्लड ग्रुप की सही जांच नही कर पाए जिस कारण नवजात की मौत हो गयी।
Body:प्राप्त जानकारी के अनुसार मकड़ों गांव निवासी लक्ष्मण सिंह रावत उनकी पत्नी पूजा रावत की दूसरी डिलीवरी कराने अस्पताल पहुँचे। अस्पताल में भर्ती होने के बाद जैसे ही बच्चे ने जन्म लिया उसके एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे की माँ का डिलीवरी से पहले ब्लड ग्रुप पॉजिटिव बताया गया जिस हिसाब से उसे इन्जेक्सन लगाए गए ,जबकि डिलीवरी के बाद ब्लड ग्रुप निगेटिव पाया गया। जिस कारण शिशु की मौत हुई।यदि पहले निगेटिव ब्लड ग्रुप के आधार पर इंजेक्शन लग जाते तो उसकी जान बच सकती थी।
Conclusion:
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