ऋषिकेश: जागरूकता के अभाव के कारण प्रोस्टेट कैंसर देशभर में तेजी से फैल रहा है. प्रोस्टेट कैंसर को लेकर यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल एक जागरूकता अभियान शुरू करने रहे हैं. जिसके तहत पहाड़ों पर हर महीने दो बार मेडिकल कैम्प लगाकर मरीजों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा, साथ ही प्रोस्टेट कैंसर के बारे में जानकारी दी जाएगी.
यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर कौशल ने बतयाा कि प्रोस्टेट कैंसर फैलने का सबसे मुख्य कारण यह है कि लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है. अगर समय पर सभी लोग इसके लक्षण पहचान कर डॉक्टर के पास पहुंचे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह बीमारी 40 साल के आयु के बाद ही लोग में पाई जाती है. उन्होंने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर को लेकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें वह ऋषिकेश के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी लोगों को प्रोस्टेट कैंसर की जानकारी देंगे.
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डॉक्टर कौशल ने बताया कि 40 साल के बाद हर व्यक्ति को साल में एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपने प्रोस्टेट की जांच जरूर करानी चाहिए. इस उम्र के बाद यह कैंसर डिटेक्ट कर लिया जाता है. लेकिन यह तब तक तेजी से फैल चुका होता है और हड्डियों तक में भी इसका असर पहुंच जाता है, जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
कौशल ने बताया कि पेशाब करते समय जलन होना, पेशाब रुक-रुककर आना, पेशाब बार-बार आना इस तरह सिम्टम्स से प्रोस्टेट कैंसर को पहचाना जा सकता है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है, इसलिए वे हर महीने में दो बार अलग-अलग जगहों पर मेडिकल कैंप लगाएंगे. जहां पर लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा. कौशल ने बताया कि पहले चरण में मेडिकल कैंप श्रीनगर और देवप्रयाग में लगाया जाएगा. वहीं दूसरे चरण में टिहरी और घनसाली में यह कैंप लगाया जाएगा.