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देशभर में तेजी से फैल रहा प्रोस्टेट कैंसर, यहां किया जाएगा मुफ्त इलाज

प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पहाड़ों पर हर महीने दो बार मेडिकल कैम्प लगाया जाएगा. जिसमें मरीजों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा, साथ ही प्रोस्टेट कैंसर के बारे में जानकारी दी जाएगी.

यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल.
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Published : Sep 8, 2019, 7:44 AM IST

ऋषिकेश: जागरूकता के अभाव के कारण प्रोस्टेट कैंसर देशभर में तेजी से फैल रहा है. प्रोस्टेट कैंसर को लेकर यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल एक जागरूकता अभियान शुरू करने रहे हैं. जिसके तहत पहाड़ों पर हर महीने दो बार मेडिकल कैम्प लगाकर मरीजों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा, साथ ही प्रोस्टेट कैंसर के बारे में जानकारी दी जाएगी.

यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल.

यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर कौशल ने बतयाा कि प्रोस्टेट कैंसर फैलने का सबसे मुख्य कारण यह है कि लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है. अगर समय पर सभी लोग इसके लक्षण पहचान कर डॉक्टर के पास पहुंचे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह बीमारी 40 साल के आयु के बाद ही लोग में पाई जाती है. उन्होंने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर को लेकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें वह ऋषिकेश के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी लोगों को प्रोस्टेट कैंसर की जानकारी देंगे.

पढ़ें: राजनीति की भेंट चढ़ा पौड़ी बस अड्डा, 8 साल बाद भी नहीं हो पाया काम पूरा

डॉक्टर कौशल ने बताया कि 40 साल के बाद हर व्यक्ति को साल में एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपने प्रोस्टेट की जांच जरूर करानी चाहिए. इस उम्र के बाद यह कैंसर डिटेक्ट कर लिया जाता है. लेकिन यह तब तक तेजी से फैल चुका होता है और हड्डियों तक में भी इसका असर पहुंच जाता है, जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

कौशल ने बताया कि पेशाब करते समय जलन होना, पेशाब रुक-रुककर आना, पेशाब बार-बार आना इस तरह सिम्टम्स से प्रोस्टेट कैंसर को पहचाना जा सकता है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है, इसलिए वे हर महीने में दो बार अलग-अलग जगहों पर मेडिकल कैंप लगाएंगे. जहां पर लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा. कौशल ने बताया कि पहले चरण में मेडिकल कैंप श्रीनगर और देवप्रयाग में लगाया जाएगा. वहीं दूसरे चरण में टिहरी और घनसाली में यह कैंप लगाया जाएगा.

ऋषिकेश: जागरूकता के अभाव के कारण प्रोस्टेट कैंसर देशभर में तेजी से फैल रहा है. प्रोस्टेट कैंसर को लेकर यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल एक जागरूकता अभियान शुरू करने रहे हैं. जिसके तहत पहाड़ों पर हर महीने दो बार मेडिकल कैम्प लगाकर मरीजों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा, साथ ही प्रोस्टेट कैंसर के बारे में जानकारी दी जाएगी.

यूरोलॉजिस्ट डॉ. कौशल.

यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर कौशल ने बतयाा कि प्रोस्टेट कैंसर फैलने का सबसे मुख्य कारण यह है कि लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है. अगर समय पर सभी लोग इसके लक्षण पहचान कर डॉक्टर के पास पहुंचे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह बीमारी 40 साल के आयु के बाद ही लोग में पाई जाती है. उन्होंने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर को लेकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें वह ऋषिकेश के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्रों में भी लोगों को प्रोस्टेट कैंसर की जानकारी देंगे.

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डॉक्टर कौशल ने बताया कि 40 साल के बाद हर व्यक्ति को साल में एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपने प्रोस्टेट की जांच जरूर करानी चाहिए. इस उम्र के बाद यह कैंसर डिटेक्ट कर लिया जाता है. लेकिन यह तब तक तेजी से फैल चुका होता है और हड्डियों तक में भी इसका असर पहुंच जाता है, जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

कौशल ने बताया कि पेशाब करते समय जलन होना, पेशाब रुक-रुककर आना, पेशाब बार-बार आना इस तरह सिम्टम्स से प्रोस्टेट कैंसर को पहचाना जा सकता है. उन्होंने कहा कि पहाड़ों पर चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है, इसलिए वे हर महीने में दो बार अलग-अलग जगहों पर मेडिकल कैंप लगाएंगे. जहां पर लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा. कौशल ने बताया कि पहले चरण में मेडिकल कैंप श्रीनगर और देवप्रयाग में लगाया जाएगा. वहीं दूसरे चरण में टिहरी और घनसाली में यह कैंप लगाया जाएगा.

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ऋषिकेश-- जागरूकता के अभाव के कारण भारत में तेजी से फैल रहा है प्रोस्टेट कैंसर प्रोस्टेट कैंसर को लेकर सभी को जागरूक करने के लिए यूरोलॉजिस्ट डॉ कौशल के द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है साथ ही पहाड़ों पर हर महीने 2 बार इनके द्वारा मेडिकल कैम्प लगाकर मरीजों का मुफ्त में उपचार किया जाएगा साथ ही उनको प्रोटेस्ट कैंसर के बारे में जागरूक भी किया जाएगा।


Body:वी/ओ-- डॉक्टर कौशल ने बताया कि भारत में प्रोटेस्ट कैंसर फैलने का सबसे मुख्य कारण यह है कि यहां के लोग इसके प्रति जागरूक नहीं है उन्होंने कहा कि अगर समय पर सभी लोग इसके लक्षण का पहचान कर डॉक्टर के पास पहुंचे तो इस बीमारी से बचाया जा सकता है उन्होंने कहा कि यह बीमारी 40 वर्ष के आयु के बाद ही लोग में पाई जाती है प्रोटेस्ट कैंसर को लेकर यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर कौशल एक जागरूकता अभियान शुरू करने जा रहे हैं जिसमें वह ऋषिकेश के साथ साथ पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के पास जाकर प्रोटेस्ट कैंसर की जानकारी देंगे, डॉक्टर कौशल ने बताया कि 40 वर्ष के बाद प्रत्येक व्यक्ति को साल में एक बार डॉक्टर के पास जाकर अपने प्रोटेस्ट की जांच जरूर करानी चाहिए उन्होंने कहा कि इस उम्र के बाद यह कैंसर डिटेक्ट कर लिया जाता है लेकिन यह तब तक तेजी से फैल चुका होता है और हड्डियों तक में भी इसका असर पहुंच जाता है जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।


Conclusion:वी/ओ-- डॉक्टर कौशल ने बताया प्रोटेस्ट कैंसर के मुख्य सेंटम्स यह होते हैं कि जिस में पेशाब करते समय जलन होना पेशाब रुक रुक कर आना पेशाब बार बार आना इस तरह सिम्टम्स से प्रोटेस्ट कैंसर को पहचाना जा सकता है डॉक्टर कौशल ने बताया कि पहाड़ों पर चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर नहीं है इसलिए उनके द्वारा प्रत्येक माह में दो बार अलग-अलग स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाया जाएगा जहां पर लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा उन्होंने बताया कि पहले चरण में मेडिकल कैंप श्रीनगर और देवप्रयाग में लगाया जाएगा वहीं दूसरे चरण में टिहरी और घनसाली में यह कैंप लगाया जाएगा।

बाईट--डॉ कौशल( यूरोलॉजिस्ट)
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