हरिद्वार: नगर निगम में कार्यकारिणी बैठक बिना किसी विवाद के संपन्न हुई. गुरुवार को नगर निगम में हुई कार्यकारिणी की बैठक में 33 प्रस्ताव और कई विषयों पर चर्चा हुई. नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में कई प्रस्तावों को निर्विरोध स्वीकार कर लिया गया. वहीं, कई प्रस्ताव पर आपत्ति होने पर मुख्य नगर अधिकारी ने जांच कराने के आदेश दिए.
मुख्य नगर आयुक्त उदय सिंह राणा ने कहा कि कार्यकारिणी की बैठक में सभी सदस्य मौजूद रहे. इस बैठक में किसी भी प्रकार का कोई विरोध नहीं हुआ. बैठक के लिए 33 प्रस्ताव प्रस्तावित थे और उससे अलग भी कुछ प्रस्ताव सम्मिलित किए गए. कई प्रस्तावों को आम सहमति से मंजूर कर लिया गया. लेकिन कई प्रस्तावों पर आपत्ति थी, जिनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी.
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बैठक में सफाई व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. बैठक मैं मौजूद सदस्यों ने हरिद्वार में सफाई कर रही कंपनी केआरएल और नमामि गंगे के अंतर्गत हो रहे घाटों की सफाई को लेकर आपत्ति जताई. जिसके लिए एक टीम बना दी गई है और टीम जो भी रिपोर्ट देगी उसके अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, हरिद्वार नगर निगम की मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि बैठक में मध्य हरिद्वार में हॉस्पिटल की मांग को लेकर प्रस्ताव रखा गया था. यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया है. बैठक मैं शहर में हो रही गंदगी को लेकर भी चर्चा की गई. अधिकारियों से शहर का निरीक्षण करने का अनुरोध किया गया है.
मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि नमामि गंगे के अंतर्गत 400 से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन निरीक्षण के दौरान कोई भी कर्मचारी अपना काम करता हुआ दिखाई नहीं दिया. इस मामले में जांच की मांग की गई. साथ ही बैठक में नगर निगम की भूमि पर हो रहे अवैध कब्जे को लेकर जांच कराने की मांग भी की.