कोटद्वार: घर की सजावट के लिए आज तक आप लोग बाजार से मिट्टी,ग्लास, मार्बल और लकड़ी से बने कई फूलदान और फोटो फ्रेम इत्यादि खरीदते होंगे. आज ईटीवी भारत आपको घर के ही रद्दी अखबारों से फूलदान, फोटो फ्रेम और सजावट का सामान बनाने वाली महिलाओं से मिलवाने जा रहा है.
बता दें कि महिला कल्याण एवं बाल उत्थान संस्था बीते कई सालों से पहाड़ की महिलाओं को कौशल विकास से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के कार्य में जुटी हुई है. वर्तमान में इस संस्था के साथ जुड़कर पहाड़ की हजारों महिलाएं कपड़ों की सिलाई के साथ ही कई तरह के सजावटी सामान तैयार कर रही हैं. जिसमें सबसे खास रद्दी पड़े अखबारों से तैयार किए गए फूलदान और अन्य सजावट के सामान हैं.
महिला कल्याण एवं बाल उत्थान संस्था के साथ जुड़कर ये महिलाएं आज रद्दी अखबारों से कई प्रकार के सजावटी समान तैयार कर रही हैं. ऐसी ही एक महिला रजनी बताती हैं कि वर्तमान में उनके द्वारा अखबारों से तैयार किए गए विभिन्न सजावट के सामानों की मार्केट में काफी अच्छी खासी डिमांड है. उनके द्वारा तैयार किए गए फूलदान, फोटो फ्रेम, दीयों की होटल व्यापारी खूब खरीदारी कर रहे हैं.
ईटीवी भारत से बात करते हुए रजनी ने बताया कि सभी तैयार किये गये सजावटी सामान रद्दी पड़े अखबारों से तैयार किए गए हैं इसलिए इनकी कीमत अन्य की तुलना में कम होती है. बाजार में अन्य फूलदान या फोटोफ्रेम अक्सर 400-500 रुपए में खरीदते हैं. वहीं, रद्दी कागजों से बने ये फूलदान और फोटो फ्रेम महज 100-200 रुपए में आसानी से मिल जाते हैं.