विकासनगर: जौनसार-बावर में ओवरलोडिंग के मामले लगातार सामने आते जा रहे हैं. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी वाहन चालक इससे बाज नहीं आ रहे हैं. जिसके कारण आये दिन दुर्घटना का खबरें सामने आ रही हैं. बावजूद इसके वाहन चालक सबक लेने को तैयार नहीं हैं.
जौनसार बावर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह छोटे वाहनों पर निर्भर है. यहां लोगों को मुख्य मार्ग से लेकर संपर्क मार्गों तक छोटे वाहनों से ही सफर करना पड़ता है. जौनसार बावर क्षेत्र में बसों का संचालन ना के बराबर होने के कारण लोग पूरी तरह से छोटे वाहनों पर निर्भर हैं. जिसके कारण यहां ओवरलोडिंग एक प्रमुख समस्या बन गई है. ओवरलोडिंग के कारण यहां आये दिन सड़क हादसे होते रहते हैं.
पढ़ें-विधि-विधान से बंद हुए गंगोत्री धाम के कपाट, हजारों श्रद्धालु बने गवाह
इस क्षेत्र में यूटिलिटी वाहन में चालक सहित पांच सवारी बैठाने का प्रावधान है. वहीं अन्य छोटे बंद बॉडी के वाहनों में 8 से 9 सवारी की स्वीकृति है. लेकिन जौनसार बावर क्षेत्र में इन नियमों को ताक पर रखकर सफर किया जा रहा है. यहां यूटिलिटी में 20 से 30 सवारियां बैठाई जा रही हैं. बावजूद इसके प्रशासन इस मामले में सिर्फ अभियान मात्र चलाकर इतिश्री कर देता है. हालांकि कुछ दिनों तक प्रशासन की कार्रवाई का असर दिखता है लेकिन कुछ दिनों बाद स्थिति फिर से ढाक के तीन पात ही नजर आती है.
पढ़ें-गरीब बच्चों के साथ मंत्री ने पांच सितारा होटल में की दीपावली सेलिब्रेट, लोगों ने कहा GOOD
सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि ओवरलोडिंग के कारण दुर्घटनाएं चिंता का विषय हैं. इस पर जल्द से जल्द विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस इलाके के इस गंभीर मुद्दे को सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए तब जाकर ही यहां होने वाली दुर्घटनाओं पर लगाम लग सकेगी.