नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर तालिबान और आंतकवाद मु्द्दे पर होने वाली सुरक्षा परिषद बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार रखे जाने की उम्मीद जताई जा रही है.
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर के कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा शुरू की. इन कार्यक्रमों में आतंकवाद पर चर्चा भी शामिल है, जो सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता के तहत आयोजित की जाएगी.
विदेश मंत्रालय के अनुसार जयशंकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शांति रक्षा पर एक खुली चर्चा की भी अध्यक्षता करेंगे.
तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जा जमाने के बीच उनकी यह यात्रा हो रही है और संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा हो सकती है.
विदेश मंत्रालय ने कहा था, विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की अध्यक्षता के दौरान न्यूयॉर्क की यात्रा करेंगे और 18 तथा 19 अगस्त को दो उच्च स्तरीय कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे.
इसने एक बयान में कहा, 18 अगस्त को पहला कार्यक्रम रक्षकों की रक्षा: प्रौद्योगिकी और शांति रक्षा पर एक खुली चर्चा होगी, जबकि 19 अगस्त को दूसरा कार्यक्रम 'आतंकवादी कृत्यों के कारण अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरे' पर एक उच्च स्तरीय चर्चा होगी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों विषय भारत के लिए प्राथमिकता है.
भारत ने एक जनवरी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर अपने दो साल का कार्यकाल शुरू किया और वह अगस्त के लिए शक्तिशाली संस्था की अध्यक्षता संभाल रहा है.
मंत्रालय ने कहा, विदेश मंत्री 19 अगस्त को आईएसआईएल द्वारा पैदा खतरे पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव की छह माह की रिपोर्ट पर एक सत्र की अध्यक्षता करेंगे. इसने कहा कि जयशंकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के कार्यक्रमों के इतर अन्य सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे.
पढ़ें : यूएन प्रमुख से मिले जयशंकर, अफगानिस्तान के हालात पर की चर्चा
बता दें कि, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की और युद्ध से जर्जर अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा की. जयशंकर ने ट्वीट किया, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात कर खुशी हुई. यूएन सुरक्षा परिषद की बैठक पर चर्चा के बाद हमारी वार्ता अफगानिस्तान पर केंद्रित रही.