बोलीं स्वाति सिंह, भ्रूण में भी बच्चियों के साथ न हो अन्याय, इसका भी हमारी सरकार ने रखा ध्यान - महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष
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लखनऊ: प्रदेश सरकार में महिला एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार की मंत्री स्वाति सिंह 2016 में एक मुखर वक्ता के रूप में उस समय उभरकर सामने आईं, जब एक विवादित बयान के बाद उनके पति दयाशंकर सिंह को भाजपा ने पार्टी के उपाध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया था. दरअसल, दयाशंकर सिंह ने मायावती पर एक टिप्पणी कर दी थी. जवाब में बसपाइयों ने उनकी पत्नी और बेटी पर भी टिप्पणी की थी. इसके बाद स्वाति सिंह ने बसपा नेताओं के खिलाफ मुखर तरीके से मोर्चा खोला और उन्हें व्यापक जन समर्थन भी मिला. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2017 में पहली बार लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से चुनाव में उतारा और वो चुनाव जीती. लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने वाली स्वाति सिंह तेज तर्रार छवि के कारण पार्टी ने उन्हें स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाया. वह महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष भी रही हैं. आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर हमने स्वाति सिंह से विस्तार से बात की.