वाराणसी: जिम्बाब्वे के परिवहन एवं ढांचागत विकास उपमंत्री एम.मदीरो के नेतृत्व में तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बनारस रेल इंजन कारखाने (Banaras Rail Engine Factory) का दौरा किया. इस दौरान यहां डीजल एवं विद्युत लोको निर्माण सुविधाओं और क्षमताओं को देखा. राइट्स के जीजीएम एक्सपोटेक राकेश बहल के साथ एलेश कुमार पटेल एनआरजेड बोर्ड के सदस्य और एडवर्ड नदुमियाना परिवहन और ढांचागत विकास उप मंत्री, जिम्बाब्वे एवं अन्य सदस्य इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे.
इस अवसर पर बरेका प्रशासन भवन के कीर्ति कक्ष में प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अमिताभ, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एम.के. गुप्ता, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर डीजल लोको आर.आर. प्रसाद, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर उत्पादन एवं विपणन सुनील कुमार, वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय ने जिम्बांब्वे के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. सर्वप्रथम प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर अमिताभ ने जिम्बाब्वे के सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया.
जिम्बाब्वे रेलवे के विकास में बरेका से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया. बैठक के दौरान बरेका की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया और निर्यात किए गए लोको के विषय में जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडल को पावर प्वांइट प्रेंजेंटेशन के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी. अंत में जिम्बाब्वे के परिवहन एवं ढांचागत विकास उप मंत्री एम. मदीरो ने भी बैठक को संबोधित करते हुए बरेका की रेल इंजन निर्माण क्षमताओं की सराहना की. कहा कि जिम्बाब्वे रेल इंजनों के निर्माण के लिए बनारस के रेल इंजन कारखाने पर पूर्ण विश्वास करता है.
इसके बाद उच्च स्तरीय जिम्बाब्वे प्रतिनिधिमंडल ने बनारस रेल इंजन कारखाना के कर्मशाला के विभिन्न शॉपों जैसे न्यू ब्लॉक शॉप, लाइट मशीन शॉप, इंजन टेस्ट शॉप, लोको असेंबली शॉप आदि का दौरा किया. कारखाना भ्रमण के दौरान प्रतिनिधिमंडल को डीजल और इलेक्ट्रिक इंजनों के निर्माण के विभिन्न चरणों से अवगत कराया गया. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल को मोजाम्बिक निर्यात के लिए तैयार लोकोमोटिव भी दिखाया गया. बरेका में उपलब्ध डिजाइन क्षमताओं और रेल इंजन निर्माण सुविधाओं से प्रतिनिधिमंडल काफी प्रभावित हुआ.