वाराणसी: वैश्विक महामारी कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन की मार झेल चुके लोगों को अनलॉक में सब्जियों के बढ़ते दाम रुला रहे हैं. सब्जियों की कम आवक के चलते वाराणसी में प्याज, आलू, टमाटर के साथ हरी सब्जियों के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. वहीं लोगों की माने तो बढ़ते सब्जियों के दामों ने लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है.
खुदरा बाजार में टमाटर जहां 60 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं आलू का दाम भी 45 से 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है. वहीं प्याज इन दिनों 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. लॉकडाउन की मार झेलने के बाद बढ़े सब्जियों के दाम ने लोगों को परेशानियों में डाल दिया है. महंगी होती सब्जियों ने लोगों के रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.
क्या कहते हैं ग्राहक
सब्जी खरीदने आए विजय पटेल बताते हैं कि सब्जियों के भाव बढ़ने से स्थिति यह हो गई है कि सोचना पड़ रहा है सब्जी खाएं या नहीं. 70 से 80 रुपये किलो प्याज मिल रहा है, वहीं आलू 50 रुपये किलो आलू बिक रहाव है. ये दो सब्जियां ऐसी हैं कि जिनके बिना कोई अन्य सब्जी नहीं बन सकती है.
सब्जी दुकानदार निर्मला देवी बताती हैं कि सब्जियों के दाम बढ़ने से ग्राहकों का आना कम हो गया है. दुकानदारी पर काफी असर पड़ गया है. जो लोग आ भी रहे तो वह पहले की अपेक्षा सब्जी कम ले रहे हैं.
लंका क्षेत्र के रहने वाले अजय मिश्र ने कहा कि सब्जियों के बढ़े भाव से घर चलाना मुश्किल हो गया है .एक तो लोगों पर कोरोना की मार है और दूसरी और महंगाई, जबकि कई महीनों से ठप व्यापार अब धीरे-धीरे शुरू हो रहा है.
मार्केट में सब्जियों के भाव पर एक नजर
सब्जी | दाम\प्रति किलो |
भिंडी | 60 रुपये प्रति किलो |
बैगन | 50 रुपये प्रति किलो |
टमाटर | 50 रुपये प्रति किलो |
लौकी | 30 रुपये प्रति किलो |
गोभी | 80 रुपये प्रति किलो |
पत्ता गोभी | 60 रुपये प्रति किलो |
करेला | 60 रुपये प्रति किलो |
शिमला मिर्च | 160 रुपये प्रति किलो |
प्याज | 80 रुपये प्रति किलो |
लहसुन | 150 रुपये प्रति किलो |
अदरक | 100 रुपये प्रति किलो |
पालक | 50 रुपये प्रति किलो |
परवल | 80 रुपये प्रति किलो |
लाल भाजी | 30 रुपये प्रति किलो |
बरबटी | 80 रुपये प्रति किलो |
मूली | 30 रुपये प्रति किलो |