वाराणसी: विद्यार्थियों की सहूलियत और पारदर्शिता बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा इस बार स्कूल ड्रेस के पैसे अभिभावकों के खाते में भेजे जाने का निर्णय लिया गया था. जिसके बाद विभाग द्वारा बच्चों का डाटा प्रेरणा पोर्टल पर भरा जा रहा था, लेकिन प्रेरणा पोर्टल पर आ रही तकनीकी दिक्कतों के कारण परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों का डाटा अभी तक फीड नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से उन्हें स्कूल ड्रेस मिलने में और भी देरी होगी.
बता दें कि प्रदेश की योगी सरकार ने इस बार सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों को स्कूली परिधान का पैसा सीधे अभिभावकों के खाते में भेजे जाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया था. परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर बच्चों की डिटेल सत्यापित कर अपडेट करने का भी निर्देश दिया गया है. इसके लिए विभाग द्वारा डिटेल जुटाने के लिए 15 जुलाई तक का समय शिक्षकों को दिया गया था और सितंबर तक बच्चों को स्कूल ड्रेस मुहैया करा देना था. लेकिन प्रेरणा पोर्टल पर लगातार तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं. जिसके चलते डाटा फीडिंग का काम पूरी तरीके से ठप पड़ा हुआ है.
इसको लेकर जब बीएसए राकेश सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वर्तमान में लगभग 60 फीसदी बच्चों का डाटा फीड किया जा चुका है. इन दिनों प्रेरणा पोर्टल पर कुछ दिक्कतें आ रही हैं, जिसके कारण काम बन्द हैं. हमारी पूरी कोशिश है कि आगामी 15 दिनों में इसे ठीक करा दिया जाए. जिसके बाद पुनः डाटा अपडेट करके बच्चों में ड्रेस मुहैया कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि इन दिक्कतों की सूचना राज्य परियोजना कार्यालय को भी दी गई है.
गौरतलब हो कि 30 जुलाई तक सभी अभिभावकों के खाते में पैसे हस्तांतरित होने थे, लेकिन बीते 19 जुलाई से ही दिक्कतों के कारण डाटा फीडिंग पर रोक लगा दी गई है और अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. सरकार ने 16 अगस्त से सभी स्कूल-कॉलेज की खोलने का निर्णय भी लिया है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब विद्यार्थियों को ड्रेस के पैसे नहीं मिले तो वह ड्रेस कहां से बनाएंगे.
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