वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे. जहां वो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पौधारोपण कर बड़े अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद लगभग 26 लाख से ज्यादा पौधे वाराणसी में लगाए जाएंगे. पीएम मोदी हरहुआ गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.
उसी जगह पर एक नवग्रह वाटिका भी बनाई जा रही है. इन सबके बीच सवाल ये उठता है कि आखिर ये नवग्रह वाटिका क्या है और वृक्षों में नवग्रहों का क्या महत्व है.
पीएम मोदी लगाएंगे पीपल का पौधा-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेगे.
- पीएम मोदी लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
- पीएम मोदी हरहुआ गांव के प्राथमिक विद्यालय भी पहुंचेगे.
- स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे हाथों में पौधे लेकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगे.
- पीएम मोदी स्कूल कैंपस में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.
पीएम मोदी करेंगे अभियान की शुरुआत-
- पीएम मोदी के बाद स्कूल के बच्चे भी कैंपस में 20 पौधे लगाकर अभियान की शुरूआत करेंगे.
- स्कूल कैंपस में एक नवग्रह वाटिका बनाई गई है.
- वाटिका में शुक्र, शनि, मंगल, सूर्य, चंद्रमा समेत ग्रह नक्षत्रों के अलग-अलग पौधे लगाए जाएंगे.
- जिले में कई जगहों पर पहले भी नवग्रह वाटिका बनाई गई है .
- ज्योतिष में हर ग्रह एक वृक्ष का प्रतिनिधित्व करता है.
पार्यावरण प्रेमी अनिल जैन से बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि नवग्रह वाटिका अपने आप में इसलिए खास होती है क्योंकि यहां पर पीपल, शमी, बरगद, मदार, नीम जैसे पेड़ लगाए जाते हैं. यह पेड़ एक ग्रह के नाम पर होता है, मदार का पौधा सूर्य के लिए, पलाश चंद्र के लिए, खैर का पौधा मंगल के लिए, बुध ग्रह के लिए चिड़चिड़ा का पौधा और बृहस्पति ग्रह के लिए पीपल या केले का वृक्ष लगाकर इसकी पूजा किए जाने का ज्योतिष में विधान है.
उन्होंने बताया कि शुक्र ग्रह के लिए गूलर का पौधा, शनि के लिए शमी का पौधा, राहु के लिए दूर्वा का पौधा और केतु शांति के लिए कुशा के पौधे को लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए. वहीं जो लोग ग्रह से संबंधित रत्नों को नहीं पहन सकते हैं वह ग्रहों से संबंधित वृक्ष को लगाकर ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुरु को काफी मानते हैं. इसलिए वह पीपल का वृक्ष लगाकर अपने गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए यह प्रयास कर रहे हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लगाए जाने वाले पीपल के वृक्ष से 80 से 85% ऑक्सीजन रिलीज होती है और अन्य ग्रह के पौधों से भी ऑक्सीजन लगभग 100% होती है.