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वाराणसी: पीएम मोदी करेंगे नवग्रह वाटिका की शुरुआत, जानिए पेड़ों का ग्रहों से क्या है नाता - वाराणसी समाचार

पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचेंगे. जहां वो पर्यावरण संरक्षण अभियान की शुरुआत करेंगे और इसी दौरान पीएम मोदी हरहुआ गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक पीपल का पौधा भी लगाएंगे.

पीएम मोदी क्यों कर रहे हैं नवग्रह वाटिका की शुरुआत
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Published : Jul 5, 2019, 9:01 PM IST

Updated : Jul 5, 2019, 11:31 PM IST

वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे. जहां वो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पौधारोपण कर बड़े अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद लगभग 26 लाख से ज्यादा पौधे वाराणसी में लगाए जाएंगे. पीएम मोदी हरहुआ गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.

उसी जगह पर एक नवग्रह वाटिका भी बनाई जा रही है. इन सबके बीच सवाल ये उठता है कि आखिर ये नवग्रह वाटिका क्या है और वृक्षों में नवग्रहों का क्या महत्व है.

संवाददाता ने की पार्यावरण प्रेमी अनिल जैन से बातचीत .

पीएम मोदी लगाएंगे पीपल का पौधा-

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेगे.
  • पीएम मोदी लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
  • पीएम मोदी हरहुआ गांव के प्राथमिक विद्यालय भी पहुंचेगे.
  • स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे हाथों में पौधे लेकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगे.
  • पीएम मोदी स्कूल कैंपस में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.

पीएम मोदी करेंगे अभियान की शुरुआत-

  • पीएम मोदी के बाद स्कूल के बच्चे भी कैंपस में 20 पौधे लगाकर अभियान की शुरूआत करेंगे.
  • स्कूल कैंपस में एक नवग्रह वाटिका बनाई गई है.
  • वाटिका में शुक्र, शनि, मंगल, सूर्य, चंद्रमा समेत ग्रह नक्षत्रों के अलग-अलग पौधे लगाए जाएंगे.
  • जिले में कई जगहों पर पहले भी नवग्रह वाटिका बनाई गई है .
  • ज्योतिष में हर ग्रह एक वृक्ष का प्रतिनिधित्व करता है.

पार्यावरण प्रेमी अनिल जैन से बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि नवग्रह वाटिका अपने आप में इसलिए खास होती है क्योंकि यहां पर पीपल, शमी, बरगद, मदार, नीम जैसे पेड़ लगाए जाते हैं. यह पेड़ एक ग्रह के नाम पर होता है, मदार का पौधा सूर्य के लिए, पलाश चंद्र के लिए, खैर का पौधा मंगल के लिए, बुध ग्रह के लिए चिड़चिड़ा का पौधा और बृहस्पति ग्रह के लिए पीपल या केले का वृक्ष लगाकर इसकी पूजा किए जाने का ज्योतिष में विधान है.

उन्होंने बताया कि शुक्र ग्रह के लिए गूलर का पौधा, शनि के लिए शमी का पौधा, राहु के लिए दूर्वा का पौधा और केतु शांति के लिए कुशा के पौधे को लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए. वहीं जो लोग ग्रह से संबंधित रत्नों को नहीं पहन सकते हैं वह ग्रहों से संबंधित वृक्ष को लगाकर ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुरु को काफी मानते हैं. इसलिए वह पीपल का वृक्ष लगाकर अपने गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए यह प्रयास कर रहे हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लगाए जाने वाले पीपल के वृक्ष से 80 से 85% ऑक्सीजन रिलीज होती है और अन्य ग्रह के पौधों से भी ऑक्सीजन लगभग 100% होती है.

वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचेंगे. जहां वो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पौधारोपण कर बड़े अभियान की शुरुआत करेंगे. इसके बाद लगभग 26 लाख से ज्यादा पौधे वाराणसी में लगाए जाएंगे. पीएम मोदी हरहुआ गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.

उसी जगह पर एक नवग्रह वाटिका भी बनाई जा रही है. इन सबके बीच सवाल ये उठता है कि आखिर ये नवग्रह वाटिका क्या है और वृक्षों में नवग्रहों का क्या महत्व है.

संवाददाता ने की पार्यावरण प्रेमी अनिल जैन से बातचीत .

पीएम मोदी लगाएंगे पीपल का पौधा-

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेगे.
  • पीएम मोदी लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे.
  • पीएम मोदी हरहुआ गांव के प्राथमिक विद्यालय भी पहुंचेगे.
  • स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे हाथों में पौधे लेकर पीएम मोदी का स्वागत करेंगे.
  • पीएम मोदी स्कूल कैंपस में एक पीपल का पौधा लगाएंगे.

पीएम मोदी करेंगे अभियान की शुरुआत-

  • पीएम मोदी के बाद स्कूल के बच्चे भी कैंपस में 20 पौधे लगाकर अभियान की शुरूआत करेंगे.
  • स्कूल कैंपस में एक नवग्रह वाटिका बनाई गई है.
  • वाटिका में शुक्र, शनि, मंगल, सूर्य, चंद्रमा समेत ग्रह नक्षत्रों के अलग-अलग पौधे लगाए जाएंगे.
  • जिले में कई जगहों पर पहले भी नवग्रह वाटिका बनाई गई है .
  • ज्योतिष में हर ग्रह एक वृक्ष का प्रतिनिधित्व करता है.

पार्यावरण प्रेमी अनिल जैन से बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि नवग्रह वाटिका अपने आप में इसलिए खास होती है क्योंकि यहां पर पीपल, शमी, बरगद, मदार, नीम जैसे पेड़ लगाए जाते हैं. यह पेड़ एक ग्रह के नाम पर होता है, मदार का पौधा सूर्य के लिए, पलाश चंद्र के लिए, खैर का पौधा मंगल के लिए, बुध ग्रह के लिए चिड़चिड़ा का पौधा और बृहस्पति ग्रह के लिए पीपल या केले का वृक्ष लगाकर इसकी पूजा किए जाने का ज्योतिष में विधान है.

उन्होंने बताया कि शुक्र ग्रह के लिए गूलर का पौधा, शनि के लिए शमी का पौधा, राहु के लिए दूर्वा का पौधा और केतु शांति के लिए कुशा के पौधे को लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए. वहीं जो लोग ग्रह से संबंधित रत्नों को नहीं पहन सकते हैं वह ग्रहों से संबंधित वृक्ष को लगाकर ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुरु को काफी मानते हैं. इसलिए वह पीपल का वृक्ष लगाकर अपने गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए यह प्रयास कर रहे हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लगाए जाने वाले पीपल के वृक्ष से 80 से 85% ऑक्सीजन रिलीज होती है और अन्य ग्रह के पौधों से भी ऑक्सीजन लगभग 100% होती है.

Intro:स्पेशल स्टोरी-

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वाराणसी पहुंचाएं अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पौधारोपण कर बड़े अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं प्रधानमंत्री के यहां तो वाराणसी में एक पीपल का पेड़ लगाया जाना है इसके बाद लगभग 26 लाख से ज्यादा पौधे वाराणसी में लगाए जाएंगे सबसे बड़ी और हम बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबतपुर एयरपोर्ट के पास हरहुआ गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में जिस जगह पर पीपल का पेड़ लगा रहे हैं उस जगह पर एक नवग्रह वाटिका भी बनाई जा रही है. इन सबके बीच सवाल ये उठता है कि आखिर या नवग्रह वाटिका है क्या और वृक्षों में नवग्रह का क्या महत्व है तो आइए हम आपको बताते हैं नक्षत्रों में वृक्षों का महत्व और प्रधानमंत्री के हाथों लगाए जाने वाले पीपल के वृक्ष का किस नक्षत्र से है संबंध.

ओपनिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र


Body:वीओ-01 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को वाराणसी के जिस प्राथमिक विद्यालय में पीपल का पेड़ लगाना है वह शहर से लगभग 15 किलोमीटर से ज्यादा दूर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट पर आने के बाद लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा का अनावरण कर सीधे यहां पहुंचेंगे और पूरे रास्ते छोटे-छोटे बच्चे हाथों में पौधे लेकर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए सड़क किनारे खड़े होंगे यहां आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीपल का वृक्ष लगाएंगे और नन्हे मुन्ने बच्चे उनके साथ 20 अन्य वृक्ष इसी स्कूल कैंपस में लगाकर अभियान की शुरुआत करेंगे. इसी स्थान पर एक नवग्रह वाटिका बनाई गई है. जिसमें शुक्र, शनि, मंगल, सूर्य, चंद्रमा समेत अलग-अलग ग्रह नक्षत्रों के अलग-अलग पेड़ लगाए जाएंगे लेकिन इसके पहले भी वाराणसी में कई जगहों पर नवग्रह वाटिका में बनाई गई है जिनकी देखरेख करने वाले लोग बताते हैं इस वाटिका का महत्व.


Conclusion:वीओ-02 वाराणसी के शहरी इलाके में रहने वाले अनिल जैन पर्यावरण से काफी लगाव रखते हैं और नवग्रह वाटिका बनाकर लोगों के दुख दर्द दूर करने का भी प्रयास कर रहे हैं अनिल जैन का कहना है कि नवग्रह वाटिका अपने आप में इसलिए खास होती है क्योंकि यहां पर पीपल, शमी, बरगद, मदार, नीम जैसे पेड़ लगाए जाते हैं. यह पेड़ एक ग्रह के नाम पर होता है, मदार का पौधा सूर्य के लिए, पलाश चंद्र के लिए, खैर का पौधा मंगल के लिए, बुद्ध के लिए चिड़चिड़ा का पौधा और बृहस्पति के लिए पीपल या केले का वृक्ष लगाकर इसकी पूजा किए जाने का विधान है. इसके अलावा शुक्र के लिए गूलर का पौधा, शनि के लिए शमी का पौधा, राहु के लिए दूर्वा का पौधा और केतु शांति के लिए कुशा के पौधे को लगाकर उसकी देखभाल करनी चाहिए. अनिल जैन का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने गुरु को काफी मानते हैं इसलिए वह पीपल का वृक्ष लगाकर अपने गुरु को प्रसन्न करने के लिए यह प्रयास कर रहे हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों लगाए जाने वाले पीपल के वृक्ष से 80 से 85% ऑक्सीजन रिलीज होती है और अन्य ग्रह के पौधों से भी ऑक्सीजन लगभग 100% होती है इस वजह से प्रधानमंत्री इस दिशा में पहल कर धर्म से पर्यावरण को जोड़कर चीजों को बेहतर करने का प्रयास कर रहे हैं जिस वजह से इस नवग्रह वाटिका की शुरुआत प्रधानमंत्री के द्वारा की जा रही है.

बाईट- अनिल जैन, पर्यावरण प्रेमी

क्लोजिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र

9839809074
Last Updated : Jul 5, 2019, 11:31 PM IST
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