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पुराने दंगों की जांच कर BJP सरकार समाज को सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण की आग में झोंकना चाहती है: कांग्रेस - LUCKNOW NEWS

पुराने दंगों की जांच लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, भाजपा समाज को सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण की आग में झोंकना चाहती है.

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पुराने दंगों की जांच को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना (pic credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 10 hours ago

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले संभल में हुए दंगे की जांच के आदेश दिए थे. उस दौरान संभल में हुए दंगों में 184 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 169 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. संभल हिंसा को लेकर अब राजनीति तेज हो रही है. भाजपा ने अब 40 साल पहले हुए हर दंगों को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी दशकों पहले हुए दंगों की जांच कर कर क्या साबित करना चाहती है, यह समझ के परे हैं.

भारतीय जनता पार्टी केवल इन दंगों की जांच के नाम पर समाज में सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देना चाहती है. भाजपा पर सियासी हमला करते हुए कांग्रेस ने कहा कि अगर पुराने दंगों की जांच करानी है, तो सरकार का उस दंगों में आरएसएस और जनसंघ का क्या रोल रहा है यह भी सामने आएगा.

पुराने दंगों की जांच को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने भाजपा पर साधा निशाना (video credit; ETV Bharat)

भाजपा को घेरते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भाजपा सभी पुराने दंगों की जांच करना चाहती है ताकि पुराने दर्द, जिनको बमुश्किल भूलकर देश आगे बढ़ा है उसे सामने लाकर आज के समाज को धार्मिक ध्रुवीकरण की आग में झोंका जाए. लेकिन जब बात जनसंघ के संस्थापक और भाजपा के आदर्श पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 1968 में हुई रहस्यमय मौत की बात आती है, तब इस पर जांच क्यों नहीं कराती भाजपा.

इसे भी पढ़ें - योगी सरकार के कुशासन को उखाड़ फेंकने को तैयार है कांग्रेस: अविनाश पांडेय - LUCKNOW NEWS

पुरानी जड़े खोदकर भाईचारा समाप्त करना चाहती है भाजपा: कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सरकार को पहले जो दंगे हुए हैं, उनकी जांच करने की बड़ी चिंता है. जो दंगे आज से 40 साल, 50 साल पहले हुए. उसे आज के युवा और किसानों का कोई भला नहीं होने वाला. लेकिन सरकार पुरानी जड़े खोदकर इस देश का जो भाईचारा है उसे समाप्त करना चाहती है. यही भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से आरएसएस की स्थापना के समय से मनसा रही है. लेकिन, वह कभी दीनदयाल उपाध्याय की जिनकी रहस्यमय मौत 1968 में हुई थी. आज तक उनकी मौत के बारे में उन्हें स्पष्ट पता नहीं चला कि उस साजिश में कौन शामिल था.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मौत की जांच हो: कभी-कभी भारतीय जनता पार्टी और उस के लोग भी मांग करते रहते हैं कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मौत की जांच की जाए. भारतीय जनता पार्टी आखिर आपने मार्गदर्शन, जो उनके संस्थापक थे उनकी मौत की जांच को लेकर इतना चिंतित क्यों नहीं दिखती. जितनी दंगों की जांच को लेकर चिंतित है. संभल में दंगे हुए, मुरादाबाद में दंगे हुए. तब जरूर उस समय आरएसएस जनसंघ के लोग धार्मिक ध्रुवीकरण में शामिल रहे होंगे. जब-जब दंगों की रिपोर्ट निकल कर आएगी तब तक भाजपा और आरएसएस का इस देश विरोधी समाज विरोधी और चरित्र सामने निकलकर आएगा.

यह भी पढ़ें - मिल्कीपुर उपचुनाव में कांग्रेस नहीं उतारेगी प्रत्याशी, यूपी में पांच स्तरीय संगठन का करेंगे निर्माण: अविनाश पांडे - CONGRESS LEADER AVINASH PANDEY

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले संभल में हुए दंगे की जांच के आदेश दिए थे. उस दौरान संभल में हुए दंगों में 184 लोगों की मौत हुई थी. जबकि 169 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था. संभल हिंसा को लेकर अब राजनीति तेज हो रही है. भाजपा ने अब 40 साल पहले हुए हर दंगों को लेकर जांच के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है. भारतीय जनता पार्टी दशकों पहले हुए दंगों की जांच कर कर क्या साबित करना चाहती है, यह समझ के परे हैं.

भारतीय जनता पार्टी केवल इन दंगों की जांच के नाम पर समाज में सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण को बढ़ावा देना चाहती है. भाजपा पर सियासी हमला करते हुए कांग्रेस ने कहा कि अगर पुराने दंगों की जांच करानी है, तो सरकार का उस दंगों में आरएसएस और जनसंघ का क्या रोल रहा है यह भी सामने आएगा.

पुराने दंगों की जांच को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने भाजपा पर साधा निशाना (video credit; ETV Bharat)

भाजपा को घेरते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भाजपा सभी पुराने दंगों की जांच करना चाहती है ताकि पुराने दर्द, जिनको बमुश्किल भूलकर देश आगे बढ़ा है उसे सामने लाकर आज के समाज को धार्मिक ध्रुवीकरण की आग में झोंका जाए. लेकिन जब बात जनसंघ के संस्थापक और भाजपा के आदर्श पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 1968 में हुई रहस्यमय मौत की बात आती है, तब इस पर जांच क्यों नहीं कराती भाजपा.

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पुरानी जड़े खोदकर भाईचारा समाप्त करना चाहती है भाजपा: कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को सरकार को पहले जो दंगे हुए हैं, उनकी जांच करने की बड़ी चिंता है. जो दंगे आज से 40 साल, 50 साल पहले हुए. उसे आज के युवा और किसानों का कोई भला नहीं होने वाला. लेकिन सरकार पुरानी जड़े खोदकर इस देश का जो भाईचारा है उसे समाप्त करना चाहती है. यही भारतीय जनता पार्टी की स्थापना के समय से आरएसएस की स्थापना के समय से मनसा रही है. लेकिन, वह कभी दीनदयाल उपाध्याय की जिनकी रहस्यमय मौत 1968 में हुई थी. आज तक उनकी मौत के बारे में उन्हें स्पष्ट पता नहीं चला कि उस साजिश में कौन शामिल था.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मौत की जांच हो: कभी-कभी भारतीय जनता पार्टी और उस के लोग भी मांग करते रहते हैं कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के मौत की जांच की जाए. भारतीय जनता पार्टी आखिर आपने मार्गदर्शन, जो उनके संस्थापक थे उनकी मौत की जांच को लेकर इतना चिंतित क्यों नहीं दिखती. जितनी दंगों की जांच को लेकर चिंतित है. संभल में दंगे हुए, मुरादाबाद में दंगे हुए. तब जरूर उस समय आरएसएस जनसंघ के लोग धार्मिक ध्रुवीकरण में शामिल रहे होंगे. जब-जब दंगों की रिपोर्ट निकल कर आएगी तब तक भाजपा और आरएसएस का इस देश विरोधी समाज विरोधी और चरित्र सामने निकलकर आएगा.

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