वाराणसी: काशी के कपसेठी क्षेत्र में एक बार फिर 'अतिथि देवों भवः' का कथन चरितार्थ होता नजर आया है. यह नजारा तब देखने को मिला, जब एक विदेशी महिला के पास खाने तक के पैसे नहीं थे. इस महिला की मदद करने के लिए काशीवासी एवं समाजसेवी संगठन आगे आये, जिसके बाद महिला पर्यटक के आंखों में आंसू आ गए और वो भावुक होकर 'वन्दे मातरम' का नारा लगाई.
दरअसल, शनिवार को वाराणसी में क्रीमिया की महिला पर्यटक के पास खाने के पास तक के लिए पैसे नहीं बचे थे. काशी के लोगों ने उस महिला को भोजन ही नहीं दिया बल्कि आगे के सफर के लिए धन भी मुहैया कराया. इतना ही नहीं, कपसेठी पुलिस और क्षेत्र के समाजसेवियों का सेवाभाव देखकर पर्यटक महिला ने खुश होकर वंदे मातरम का नारा लगाया.
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रूस के क्रीमिया शहर से लगभग 15 दिन पहले लतेर नामक महिला और उसका 10 वर्षीय बेटा भारत घूमने आए थे. गोवा से कैब कर बनारस शहर के कपसेठी थाना क्षेत्र तक ही पहुंचे थे कि कार का ईंधन खत्म हो गया. इस दौरान उसने किसी भारतीय मित्र से ऑनलाइन 2000 रुपये लेकर कार में ईंधन भरवाया. वहीं पर्यटक महिला के पास खाने के लिए कुछ नहीं था, जिसके लिए उसने कपसेठी पुलिस से मदद मांगी. कपसेठी पुलिस व अन्य समाजसेवियों ने मिलकर विदेशी महिला को 10,000 रुपये का सहयोग दिया. सहयोग मिलते ही वह विदेशी महिला भावुक हो गई और जोर से 'वंदे मातरम' बोली. इसके बाद वह सहयोग राशि लेकर नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई.
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