वाराणसी : कांवड़ियों का जत्था जल लेने के लिए रवाना होने लगा है. कई जत्थे जलाभिषेक के लिए लौटने भी लगे हैं. काफी संख्या में शिव भक्त ट्रेनों से भी आवागमन कर रहे हैं. ऐसे में स्टेशनों पर उनके मुताबिक खाना न मिलने से उन्हें परेशान होना पड़ रहा था. इसे देखते हुए रेलवे ने एक नई शुरुआत की है. अब कैंट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को सात्विक भोजन आसानी से मिल सकेगा. खास बात ये है कि इस खाने को बिना लहसुन और प्याज के तैयार किया जाएगा. किसी भी स्टाल पर नॉनवेज की बिक्री नहीं की जाएगी. इसके अलावा शिवभक्तों को फलाहार भी आसानी से मिल सकेगा.
कल है सावन का पहला सोमवार : बता दें कि 4 जुलाई से इस साल सावन का महीना शुरू हो चुका है. यह 31 अगस्त 2023 तक चलेगा. इस बार सावन का महीना पूरे 58 दिन का होगा. वहीं 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार पड़ेगा. इसके साथ ही 28 अगस्त को 8वां और आखिरी सोमवार आएगा. सावन के महीने में वाराणसी में बाबा विश्वनाथ के भक्तों की कतार लगी होती है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद से यहां पर अन्य जिलों से भी आने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है. ऐसे में रेलवे ने भी अपनी तरफ से खास तैयारी की है.
यह भी पढ़ें : कांवड़ियों के लिए डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने बनाईं रोटियां, शिविर में पहुंच की शिवभक्तों की सेवा
आईआरसीटीसी के यूनिट को दिए गए निर्देश : स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि रेलवे सावन महीने में श्रद्धालुओं व कांवड़ियों के लिए स्टेशन पर सात्विक भोजन की सुविधा उपलब्ध करा रहा है. इस दौरान स्टेशन परिसर में नॉनवेज नहीं बनाए जाएंगे. इसके साथ ही सभी आईआरसीटीसी के स्टाल्स पर भी नॉनवेज खाना बंद रहेगा. स्टेशन पर जो भी भक्त आएंगे, उनके लिए सात्विक भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा. स्टेशन पर जन आहार केंद्रों पर आईआरसीटीसी के यूनिट को निर्देश दिया गया है कि श्रद्धालुओं को बिना लहसुन और प्याज के भोजन उपलब्ध करवाया जाए.
यात्री बोले- यह रेलवे का बेहतर कदम : यात्रियों का कहना है कि रेलवे की यह पहल उनके लिए काफी मददगार साबित होगी. यह रेलवे का बेहतर कदम है. शिव भक्तों को सात्विक भोजन के लिए किसी रेस्टोरेंट और होटल में नहीं भटकना होगा. आसानी से कोई भी बाबा के दर्शन करने के साथ ही रेलवे स्टेशन पर शुद्ध शाकाहारी भोजन कर सकेगा. इससे सफर के दौरान काफी सहूलियत मिलेगी.
मिनी कंट्रोल रूम भी बनेगा : स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित के अनुसार स्टेशन पर मिनी कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा. इसके माध्यम से रेलवे स्टेशन पर कांवड़ियों और शिवभक्तों को मिलने वाली सुविधाओं की निगरानी की जाएगी. कहीं पर भी कोई समस्या आने पर तत्काल उसका निस्तारण भी कराया जाएगा.
यह भी पढ़ें : कांवड़ मार्गों की कराई जा रही मरम्मत, 1200 कैमरे लगे, जानिए क्या है तैयारी