वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2 दिनों से गुजरात के पर्यटन मंत्री जवाहर चावड़ा मौजूद रहे. यहां वे विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में शामिल हुए. साथ ही उन्होंने आरती की खास बातों के साथ इसमें शामिल लोगों की संख्या और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां लीं.
गुजरात के पर्यटन मंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से गुजरात के नर्मदा तट पर भी इसी तर्ज पर नियमित आरती कराने की तैयारी की है. इस संदर्भ में शुक्रवार को गुजरात के पर्यटन मंत्री ने उत्तर प्रदेश के पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी से मुलाकात कर इस आरती को गुजरात में कराए जाने के लिए सहयोग मांगा है.
गुजरात के पर्यटन व मत्स्य मंत्री जवाहर चावड़ा और उत्तर प्रदेश के पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी के बीच दोनों प्रदेशों के मध्य पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. जवाहर चावड़ा ने बताया गया कि उन्होंने प्रधानमंत्री के इच्छानुसार विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा 'स्टेच्यू आफ यूनिटी' के बाद नर्मदा के तट पर काशी के अनुरूप ही आरती प्रारम्भ कराने के उद्देश्य से काशी भ्रमण किया है.
इस सन्दर्भ में उत्तर प्रदेश के मंत्री नीलकंठ तिवारी ने सम्पूर्ण सहयोग प्रदान करने की सहमति प्रदान की. गुजरात के पर्यटन मंत्री द्वारा दोनों प्रदेशों के पर्यटन में बढ़ाने के उद्देश्य से पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) यूपी को कच्छ में रणोत्सव, स्टेच्यू आफ यूनिटी और सम्पूर्ण गुजरात के पर्यटन स्थलों के भ्रमण हेतु आमंत्रित किया गया.
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इस मुलाकात के दौरान गुजरात के पर्यटन मंत्री जवाहर चावड़ा ने यह भी बताया कि फरवरी माह तक ही रणोत्सव का आयोजन किया जाता है. पर्यटन मंत्री द्वारा दोनों प्रदेशों के साथ मिलकर गुजरात की परम्परा और उत्तर प्रदेश की आस्था को मिलाकर 'काईट फेस्टिवल' का आयोजन कराने की इच्छा व्यक्त की गई, जिसमें गरबा, नव दुर्गा दर्शन, नवरात्रि मेला, इत्यादि का आयोजन किया जाएगा.