ETV Bharat / state

मधुबन पार्क में लगी मूर्ति को तिरंगे से ढकने को लेकर विवाद - latest news of varansi

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मधुवन पार्क में लगी औरत की मूर्ती को लेकर विवाद मच गया है. साल 1977 से यह मूर्ति विश्वविद्यालय के मधुबन पार्क में लगायी गयी थी.

Etv Bharat
मधुवन पार्क में तिरंगे से ढकी मूर्ती
author img

By

Published : Aug 16, 2022, 1:25 PM IST

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मधुबन पार्क में लगी औरत की मूर्ति को लेकर विवाद छिड़ गया है. 15 अगस्त को कुछ लोगों ने इस मूर्ति को तिरंगे से ढक दिया था. जिसे लेकर विवाद मच गया है. 30 वर्ष पहले दिल्ली के कलाकारों द्वारा बीएचयू फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट और प्रोफेसरों न मिलकर इस मूर्ति को तैयार किया था. तब से यह मूर्ति यहां पर लगी हुई है. इसी प्रकार की एक और मूर्ति मधुबन पार्क में मौजूद है.

ये भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉलेजों में प्रवेश के लिए आए कम आवेदन, जानिए वजह

इस मूर्ति का विवादों से पुराना नाता है, कई बार हिंदू छात्र संगठनों ने इस मूर्ति को प्रांगण से हटाने की मांग की है. इसी क्रम में वर्ष 2017 में जब प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति थे, तब उन्होंने इस मूर्ति को ढकवा दिया था. 1977 से यह मूर्ति विश्वविद्यालय के मधुबन पार्क में लगा है. उस समय के छात्रसंघ अध्यक्ष चंचल सिंह मूर्ति को तिरंगे कपड़े से ढके जाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा अगर इस तरह की बात है तो खजुराहो के मंदिर को बन्द क्यों नहीं किया. मूर्ति में एक औरत एक वृक्ष को अपने दोनों हाथ से बचा रही हैं. यह एक प्रतीक है और कलाकृति की एक शानदार नमूना भी. इसके साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मधुबन पार्क में लगी औरत की मूर्ति को लेकर विवाद छिड़ गया है. 15 अगस्त को कुछ लोगों ने इस मूर्ति को तिरंगे से ढक दिया था. जिसे लेकर विवाद मच गया है. 30 वर्ष पहले दिल्ली के कलाकारों द्वारा बीएचयू फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट और प्रोफेसरों न मिलकर इस मूर्ति को तैयार किया था. तब से यह मूर्ति यहां पर लगी हुई है. इसी प्रकार की एक और मूर्ति मधुबन पार्क में मौजूद है.

ये भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉलेजों में प्रवेश के लिए आए कम आवेदन, जानिए वजह

इस मूर्ति का विवादों से पुराना नाता है, कई बार हिंदू छात्र संगठनों ने इस मूर्ति को प्रांगण से हटाने की मांग की है. इसी क्रम में वर्ष 2017 में जब प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति थे, तब उन्होंने इस मूर्ति को ढकवा दिया था. 1977 से यह मूर्ति विश्वविद्यालय के मधुबन पार्क में लगा है. उस समय के छात्रसंघ अध्यक्ष चंचल सिंह मूर्ति को तिरंगे कपड़े से ढके जाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा अगर इस तरह की बात है तो खजुराहो के मंदिर को बन्द क्यों नहीं किया. मूर्ति में एक औरत एक वृक्ष को अपने दोनों हाथ से बचा रही हैं. यह एक प्रतीक है और कलाकृति की एक शानदार नमूना भी. इसके साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए बल्कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.