वाराणसी: जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बीते 2 दिनों से लगातार विधि संकाय के छात्रों का धरना जारी है. यह धरना धीरे-धीरे उग्र रूप लेता जा रहा है. शुक्रवार को छात्रों ने संकाय के सामने के रास्ते को ब्लॉक कर आवागमन पर रोक लगा दी. छात्र अटेंडेंस पूरी कर परीक्षा में शामिल करने की मांग को लेकर अड़े हुए थे.
बता दें कि, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर के जैसे मामला शांत हुआ, उसके तुरंत बाद ही संकाय के छात्र परीक्षा में शामिल होने की मांग को लेकर के धरने पर बैठ गए हैं. छात्रों का आरोप है कि, लगभग 100 स्टूडेंट की अटेंडेंस को संकाय के शिक्षकों ने इरादतन शार्ट कर दिया है. अब उन्हें परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, यह धरना हम तब तक खत्म नहीं करेंगे जब तक हमें परीक्षा में शामिल होने का लिखित आश्वासन नहीं दे दिया जाता है.
छात्रों ने मेन रास्ते को किया ब्लॉक: छात्र ने कहा कि,बीते 1 महीने से फैकेल्टी के अलग-अलग पाठ्यक्रमों के कई स्टूडेंट की अटेंडेंस कम थी. लेकिन, उनसे सिर्फ अंडरटेकिंग लेकर उन्हें परीक्षा में शामिल किया गया. हैरान करने वाली बात यह है कि सभी कोर्स के लास्ट सेमेस्टर के स्टूडेंट के साथ इस तरीके की दुर्भावना की जा रही है. भेदभाव के कारण उन्हें परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है.
शिक्षकों के ऊपर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप: छात्रों ने शिक्षकों पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि शिक्षक मनमाने तरीके से क्लास चला रहे हैं. महीने में कुछ विशेष दिनों में जो क्लास चली उस दौरान कुछ स्टूडेंट की अटेंडेंस भी पूरी थी. लेकिन, उनकी भी अटेंडेंस को शार्ट कर दिया गया है और शिक्षकों ने अपने मनपसंद विद्यार्थियों की अटेंडेंस को को पूरा रखा है. उन्होंने कहा कि संकाय में अटेंडेंस की काउंटिंग का कोई निश्चित पैमाना नही है. सही तरीके से बार काउंसिल के अनुसार कक्षाओं को भी संचालित नही किया जा रहा हैं. ऐसे में हम समझ नहीं पा रहे कि, हमारे साथ इस तरीके का व्यवहार क्यों किया जा रहा है. छात्रों ने कहा कि हमारा यह धरना शिक्षकों की मनमानी के खिलाफ है. हमारी समस्याओं का यदि समाधान कर दिया जाता है,तो हम धरने को तत्काल समाप्त कर देंगे.
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