वाराणसीः जाने माने कृषि वैज्ञानिक प्रो. पंजाब सिंह को “यूएस अवस्थी इफको अवॉर्ड 2020” के लिए चयनित किया गया है. कृषि संबंधी शिक्षा व अनुसंधान में प्रो. सिंह चार दशकों से काम कर रहे हैं. उनके कामों व उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें इस सम्मान के लिए चयनित किया गया है. इस सम्मान के तहत 25 लाख रुपए की नकद राशि, स्वर्ण पदक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे. प्रो. सिंह को ये सम्मान 7 दिसंबर, 2020 को नई दिल्ली में फर्टिलाइज़र एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में दिया जाएगा.
कई बड़े पदों पर रहे
प्रो. पंजाब सिंह काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एवं रानी लक्ष्मी बाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय (झांसी) के कुलाधिपति हैं. प्रो. सिंह ने भारत सरकार के कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (DARE) के सचिव एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (ICAR), के महानिदेशक के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं. वह फाउंडेशन आफ एडवांसमेंट आफ एग्रीकल्चर एंड रुरल डेवलपमेंट, वाराणसी के अध्यक्ष भी हैं. कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं कृषि विकास में अनुसंधानकर्ता, नीति निर्माता, शोध एवं शिक्षा मार्गदर्शक समेत विभिन्न भूमिकाओं में प्रो. पंजाब सिंह ने चार दशक से अधिक योगदान दिया है. देश के खाद्य क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एवं खाद्य सुरक्षा का लक्ष्य हासिल करने में प्रो. पंजाब सिंह का विशेष योगदान रहा है. उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले के अनंतपुर ग्राम के रहने वाले प्रो. पंजाब सिंह को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के दक्षिणी परिसर, बरकछा (मिर्ज़ापुर) को स्थापित करने का श्रेय भी जाता है. भारत में कृषि विकास में योगदान के लिए उर्वरक उद्योग की ओर से प्रदान किया जाने वाला यह सम्मान अत्यंत प्रतिष्ठित है. पिछले वर्ष ये सम्मान विश्व खाद्य पुरस्कार डॉ. रतन लाल को दिया गया था, जो अमेरिका की ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में मृदा वैज्ञानिक हैं.