प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के अमृत स्नान बसंत पंचमी पर प्रयागराज जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए 2500 अतिरिक्त बसों का बेड़ा तैयार किया गया है. श्रद्धालुओं को हर 2 मिनट पर बस मिलेंगी. फरवरी की शाम तक 35 करोड़ ने त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई. यूपी रोडवेज ने बसंत पंचमी के स्नान पर्व में श्रद्धालुओं की वापसी के लिए 2500 बसें अलग से आरक्षित कर ली हैं.
महाकुंभ क्षेत्र से चार अस्थाई बस स्टेशन पहुंच रहे श्रद्धालुओं के लिए हर 15 मिनट में रोडवेज बस मिलेगी. इसमें भी सबसे अधिक झूंसी में बनाए गए रोडवेज के अस्थाई बस स्टेशन में 1500 बसें, लखनऊ की जाने के लिए बेला कछार में बनाए गए बस स्टेशन में 600 बसें, कानपुर की तरफ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए नेहरू पार्क बस स्टेशन में 300 और मिर्जापुर बांदा की तरफ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लेप्रोसी अस्थाई बस स्टेशन में 100 रोडवेज बसें आरक्षित हैं.
महाकुंभ की कनेक्टिविटी के लिए हर 2 मिनट में शटल सेवा: बसंत पंचमी अमृत स्नान पर्व में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जन सैलाब महाकुंभ पहुंच रहा है. शहर के चारों तरफ बनाए गए अस्थाई बस स्टेशन में जहां रोडवेज का बसों का बेड़ा तैयार है, तो वहीं इन अस्थाई बस स्टेशन से महाकुंभ के नजदीक के स्थानों तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए 550 शटल बसें मौजूद हैं. रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक हर 2 मिनट में शटल सेवा उपलब्ध है.बस स्टेशन में भीड़ न होने पाए इसके लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है.
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हाई अलर्ट मोड पर मेडिकल अफसर: महाकुंभ पर बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर पूरे प्रयागराज मंडल के डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. 1200 से अधिक मेडिकल फोर्स महाकुंभ नगर में पूरी तरह से तैयार हैं, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हाजिर होंगे. इसके अलावा मेले में ही पूरी मेडिकल फोर्स मुस्तैद रहेगी, जो 6 फरवरी के बाद ही यहां से जाएंगे. जरूरत के हिसाब से बैकअप प्लान भी तैयार कर लिया गया है.
रविवार को प्रयागराज में डॉक्टरों की चार सदस्यीय स्पेशल टीम ने मेले में एक-एक अस्पताल की जांच की. साथ ही मेला क्षेत्र में बने सेक्टर अस्पतालों में दवा के स्टॉक और मशीनें भी चेक की हैं. इसके अलावा स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल और तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय को भी पूरी सजगता बरतने के निर्देश दिए गए. स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में 500 स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया है. पहले के अधिकतर मरीज यहां से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं.
डेढ़ सौ बेड रिजर्व रख लिए गए हैं. एसआरएन में 60 रेजिडेंट डॉक्टरों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है. यहां 30 सीटी स्कैन मशीनें पूरी तरह तैयार हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर एमआरआई, अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांचें हो सकेंगी. इसी के साथ 200 यूनिट का ब्लड बैंक भी एसआरएन में तैयार कर लिया गया है. यहां श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध इंतजामों को अलार्म सिस्टम से भी जोड़ गया है.
महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि आपातकालीन सेवाएं विशेष रूप से एंबुलेंस सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. जरूरत पड़ने पर मरीजों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल या तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली अस्पताल) में शिफ्ट किया जाएगा.
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