उन्नाव: जिले में कोरोना के चलते शहर सीमा से करीब तीन किलोमीटर दूर एक हाई सिक्योरिटी अस्थायी जेल बनाई गई है. यहां हाई सिक्योरिटी बैरक के साथ ही सामान्य बैरक भी बनाई गई है. इसके अलावा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. डीएम और एसपी ने जेल का निरीक्षण कर जायजा लिया. वहीं सुरक्षा के साथ ही अन्य बिंदुओं पर सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.
जिला प्रशासन ने लिया अस्थायी जेल बनाने का फैसला
शहर सीमा से बाहर करीब तीन किलोमीटर दूर राजकीय महाविद्यालय बक्खाखेड़ा में एक अस्थायी जेल बनाई गई है. कोरोना के बढ़ते प्रभाव के चलते जिला प्रशासन ने अस्थायी जेल बनाने का निर्णय लिया है. उन्नाव में 16 अप्रैल को एक कोरोना मरीज पाया गया है, जिसका उपचार लखनऊ में चल रहा है. ऐसे में एहतियातन अस्थायी जेल बनाई गई है.
इस अस्थायी जेल में कोरोना संक्रमण में जो वांछित आरोपी या फिर अन्य मामले में दोषी आरोपियों को जिला कारागार के स्थान पर एहतियातन अस्थायी जेल में 14 दिनों तक रखा जाएगा. इसके बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर जेल प्रशासन आगे का फैसला लेगा. इसके अलावा कोरोना संदिग्ध मरीज, किसी अस्पताल के चिकित्सकों के संपर्क में आने वालों और तब्लीगी जमात के जमातियों के मिलने और कोरोना फाइटर्स के साथ किसी भी तरह की अभद्रता होने पर दोषियों को इसी अस्थायी जेल में रखा जाएगा.
अधिकारियों को ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाने की चेतावनी दी है. कोरोना की सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी.
-रवींन्द्र कुमार, डीएम