सुलतानपुर: जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के आशापुर गांव में ग्रामीण बीते 6 माह से जल निकासी को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं. 6 माह तक प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय मांगने के बाद निराश हुए परिजन लखनऊ वाराणसी रेल खंड के पखरौली रेलवे क्रॉसिंग पर प्रदर्शन करने बैठ गए. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अफसरों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में ग्रामीणों को कोतवाली देहात थाने लाया गया. जहां सुलह समझौते के आधार पर विवाद के समाधान के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.
दरअसल सुल्तानपुर जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के आशापुर गांव के ग्रामीण लंबे समय से जल निकासी की समस्या से जूझ रहे हैं. इसे लेकर वह उपजिलाधिकारी लंभुआ से यह मांग कर रहे थे कि जल निकासी का विवाद सुलझाया जाए और बरसात के पानी का ठहराव की समस्या का निदान कराया जाए, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की तरफ से इस मामले की उपेक्षा की जा रही थी. इसे देखते हुए ग्रामीणों ने लखनऊ वाराणसी रेल खंड के पखरौली रेलवे स्टेशन के रेलवे क्रासिंग पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही रेल अफसरों के हाथ-पांव फूल गए. अब कोतवाली देहात थाने पर ग्रामीणों के साथ समझौते का प्रयास किया जा रहा है.
प्रदर्शन कर रहे लोगों में से एक ने बताया कि हमारे पड़ोसी अपने छत का पानी हमारे घर में गिरा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पड़ोसी ने हमारे ऊपर जिला एवं सत्र न्यायालय में मुकदमा भी कर रखा है. हम लोगों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है और अफसरों की तरफ से न्याय नहीं मिल रहा था, जिसे लेकर हम लोगों ने प्रदर्शन किया है. अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि हमारे पास अधिकारियों की तरफ से पैसे लिए जाने की रिकॉर्डिंग है, इसे हम जिलाधिकारी को भेजेंगे.
नाली के पानी के निकासी का विवाद है. गलत सूचना के आधार पर यह लोग रेलवे लाइन पर प्रदर्शन करने चले गए. यह मामला दीवानी न्यायालय में विचाराधीन भी है. आपसी बातचीत के आधार पर इसे सुलह समझौते का प्रयास किया जा रहा है. पक्षकार ने दीवानी से मुकदमा उठाने के लिए और बरसात का पानी निकालने के लिए राजी हुए हैं.
-विधेस कुमार, उप जिलाधिकारी, लंभुआ