सुलतानपुर: बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी जिला मुख्यालय के पंडित राम त्रिपाठी सभागार पहुंचे. यहां उन्होंने नागरिक संशोधन कानून पर लोगों से वार्ता की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नागरिक कानून का विरोध कर रहे हैं, लेकिन महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिए ही नागरिक कानून लाया गया है.
शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि सीमा से किसी शहीद जवान का शव आया हो और प्रियंका गांधी उसके दरवाजे गई हों, ऐसा मैंने आज तक कभी किसी अखबार या मीडिया के जरिए न पढ़ा, न सुना. राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए सतीश चंद्र ने कहा कि वह तो नागरिक कानून पर बड़ा ही गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं. कहते हैं कि बाहरी लोगों के नागरिकता लेने से देश पर कर का बोझ बढ़ जाएगा.
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उन्होंने कहा कि एक बेटा जो बाहर चला गया हो, वापस अपने घर आए तो वह बोझ नहीं होता है. 25 से 30 करोड़ों लोगों का देश, जहां कुछ हजार लोग देश में आए तो क्या इससे बोझ बढ़ जाएगा. उनको नौकरी देने से, उनको वोट देने का अधिकार देने से, उनका राशन कार्ड बनाने से और उनको सम्मानजनक जीवन का अधिकार देने से क्या इस देश पर बोझ बढ़ जाएगा.
सतीश चंद्र द्विवेदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर भी कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि इस देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है. जब पाकिस्तान और भारत की कोई बात होती है तो ऐसे लोग पाकिस्तान की वकालत करते हैं. यह बेहद ही शर्मनाक मामला है.
फलाने और ढिमाके के कहने पर हो रहा है प्रदर्शन
सीएए को लेकर हो रहे प्रदर्शनों पर उन्होंने कहा कि जितना आंदोलन हुआ है, उसमें 130 करोड़ की जनता में कितने प्रतिशत ने विरोध किया. आप वह प्रतिशत निकालेंगे तो 99% लोग नागरिकता कानून के पक्ष में हैं. महज 1% लोग नागरिकता कानून के विरोध में दिखाई दे रहे हैं. जब आप उनसे यह पूछेंगे कि आप विरोध क्यों कर रहे हैं, तो वे इसका जवाब नहीं दे पाएंगे. यही कहेंगे कि फलाने और ढिमाके ने कहा इसलिए विरोध कर रहे हैं.