गोरखपुरः मकर संक्रांति के पावन पर्व पर गोरखनाथ मंदिर में बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए लाखों की आई भीड़ पर पहली बार हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई. इस बार गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़ जुटी. सीएम योगी की ओर से बताया गया कि करीब 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा गोरखनाथ को मकर संक्रांति के पहले दिन खिचड़ी चढ़ाया है. इसका भव्य स्वरूप भी सड़कों से लेकर मंदिर परिसर में देखने को मिला. गोरखपुर से नेपाल को जाने वाली गोरखनाथ मंदिर से लगी हुई फोरलेन की सड़क, पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भरी पड़ी थी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर की भूमिका में गोरखनाथ मंदिर में मौजूद रहकर व्यवस्थाओं को चाक चौबंद बनाए जाने के इंतजाम पर भी ध्यान लगाए हुए थे. इस दौरान उनसे मिलने के लिए आने वाले भक्तों, नन्हे मुन्ने बच्चों को भी उनका प्रेम और स्नेह मिला. हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा से श्रद्धालुओं में उमंग फूट पड़ा. सभी ने बाबा गोरखनाथ और योगी आदित्यनाथ के जयकारे से गोरखनाथ मंदिर परिसर को गुंजायमान कर दिया.
CM योगी ने बाबा गोरखनाथ को चढ़ाई खिचड़ी
इससे पूर्व गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की सुबह में चार बजे शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ को नाथपंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार आस्था की पवित्र खिचड़ी चढ़ाई और लोकमंगल की कामना की. योगी आदित्यनाथ ने नाथपंथ की परंपरा के अनुसार जमीन पर बैठ कर गुरु गोरखनाथ को प्रणाम कर आदेश लिया. फिर विधि-विधान से पूजन कर गोरक्षपीठ की ओर से श्रीनाथ जी को खिचड़ी चढ़ाई. इसके बाद नाथ योगियों, साधु संतों ने खिचड़ी चढ़ाकर पूजा अर्चना की. इसके साथ मंदिर के गर्भगृह के कपाट को आमजन के लिए खोल दिया गया. महाकुंभ के योग में खिचड़ी चढ़ाने के लिए मंदिर में आस्था का अभूतपूर्व सैलाब नजर आया. कड़ाके की ठंड के बावजूद गोरखनाथ मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु महायोगी गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए उमड़े. श्रद्धालुओं का कहना था कि गोरखपुर में आस्था का ऐसा ज्वार पहले कभी नहीं देखा था. खिचड़ी चढ़ाने के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में लगे विशाल मेले का भ्रमण कर आनंद उठाया.
देश की समृद्ध विरासत एवं सांस्कृतिक एकता के प्रतीक पर्व मकर संक्रांति (खिचड़ी) के पुण्य अवसर पर आज श्री @GorakhnathMndr में 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने शिवावतारी महायोगी गुरु श्री गोरखनाथ जी को आस्था की पावन खिचड़ी चढ़ाई।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 14, 2025
पर्व के सफल आयोजन हेतु स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस… pic.twitter.com/SM0vu3M7j8
पूरे दिन भक्तों की कतार नहीं टूटी
महायोगी गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला लगातार चलता रहा. पूरे दिन भक्तों की कतार नहीं टूटी. दोपहर बाद दो बजे तक मंदिर और मेला परिसर में तिल रखने की जगह नहीं थी. मंदिर आने वाले सभी रास्तों पर लोग पंक्तिबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. खिचड़ी चढ़ाने के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में स्थित सभी देवी देवताओं के विग्रहों का पूजन कर ब्रह्मलीन महंत बाबा गंभीरनाथ, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजनाथ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि पर माथा टेक आशीर्वाद भी लिया. मकर संक्रांति पर बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाने के लिए अपने परिजनों के साथ आए बच्चों को सीएम योगी का आत्मीय सानिध्य मिला. सीएम ने उन्हें मकर संक्रांति की शुभकामनाएं और खूब आशीर्वाद दिया. बच्चों से संवाद करने के साथ ही उन्होंने चॉकलेट भी गिफ्ट किया.
मकर संक्रांति की प्रदेश वासियों, सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुजनों व भक्तों को हार्दिक बधाई!
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 14, 2025
यह जगतपिता सूर्य देव के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक उत्सव है... pic.twitter.com/Z8YqtTZE37
देश-प्रदेश के लोगों को दी त्योहार की शुभकामनाएं
मीडिया से बात करते सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को मकर संक्रांति पर्व की हार्दिक बधाई दी. सीएम योगी ने कहा कि भारत के पावन पर्व त्योहार की श्रृंखला का यह एक ऐसा पर्व है जो जगत पिता सूर्य के प्रति कृतज्ञापित करने का एक उत्सव है. पूरे देश के अंदर अलग-अलग नाम और रूपों के साथ सनातन धर्मवालंबी इस आयोजन के साथ जुड़ते हैं. उत्तर हो या दक्षिण हो, पूर्व हो पश्चिम हो, पूरे देश में अलग-अलग नाम और रूपों में इसे लोग मानते हैं. योगी ने कहा अपने देश में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है. असम में लोग इसे विह्यू के रूप से, पंजाब में लोहड़ी के रूप में, दक्षिण में पोंगल के रूप में, बंगाल में या महाराष्ट्र में तिलवा संक्रांति के रूप में, उत्तर भारत में आएंगे तो खिचड़ी संक्रांति के रूप में इस महापर्व को श्रद्धालु जन मनाते हैं.
मान्यता है कि बाबा गोरखनाथ को खिचड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगने वाला कभी निराश नहीं होता. आनुष्ठानिक कार्यक्रमों का शंखनाद भोर में ही पूरा हुआ. सबसे पहले गोरक्षपीठ की तरफ से पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ खिचड़ी चढ़ाकर बाबा को भोग अर्पित किये. मकर संक्रांति पर्व को लेकर मंदिर व मेला परिसर सज-धजकर पूरी तरह तैयार है. समूचा मंदिर क्षेत्र सतरंगी रोशनी में नहाया हुआ है. यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला सोमवार से ही प्रारम्भ हो गया है. मंदिर प्रबंधन की तरफ से उनके ठहरने और अन्य सुविधाओं का पूरा इंतज़ाम किया गया है. प्रशासन की तरफ से रैन बसेरों में भी पूरी व्यवस्था की गई है.
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