इटावा : जिले में आयोजित प्रदर्शनी के दौरान झूले का डोला टूटने से 5 लोग घायल हो गए है. यह हादसा तब हुआ जब झूला ऊंचाई पर था. अचानक उसका एक हिस्सा टूटकर नीचे गिर पड़ा. घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.
सोमवार को इटावा महोत्सव में लगे 60 फीट ऊंचे आसमानी झूले का एक डोला लगभग 30 फीट की ऊंचाई से टूटकर गिर गया. इस हादसे में 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इनमें से एक व्यक्ति की हालत गंभीर होने के कारण उसे सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
इस पूरे मामले पर एसडीएम विक्रम राघव ने बताया कि सोमवार को आसमानी झूले के एक डोला टूट गया, जिसमें 5 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पिछली घटनाओं से नहीं ली सीख : स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इटावा महोत्सव में ऐसा हादसा हुआ है. पिछले वर्ष भी झूलों में खराबी के कारण दुर्घटना हुई थी, जिसके चलते कई लोगों की जान जोखिम में पड़ी थी. इसके बावजूद प्रशासन और झूला ठेकेदारों ने सुरक्षा मानकों को अनदेखा किया, जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई.
सुरक्षा मानकों की खुली अनदेखी : हादसे के बाद झूला ठेकेदार और कर्मियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. झूलों की समय-समय पर जांच और मरम्मत के लिए कोई ठोस प्रक्रिया अपनाई गई होती, तो शायद यह दुर्घटना टाली जा सकती थी. इसके अलावा, झूला संचालन के दौरान सुरक्षा उपायों की कमी ने खतरे को और बढ़ा दिया.
स्थानीय लोगों ने जताया आक्रोश : स्थानीय मीडिया कर्मियों ने इस हादसे को लेकर प्रशासन की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने पहले ही पिछली दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए महोत्सव में बेहतर सुरक्षा इंतजाम की मांग की थी. इसके बावजूद ठेकेदार और झूला संचालकों ने किसी भी सबक को नजर अंदाज कर दिया.
प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग : घटना के बाद स्थानीय लोगों और पीड़ितों के परिजनों में भारी रोष है. वे झूला ठेकेदार और महोत्सव आयोजन समिति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. साथ ही, यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों. इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा मानकों को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है. प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि झूला ठेकेदारों और कर्मियों पर नियमित निगरानी रखी जाए और हर झूले की तकनीकी जांच को अनिवार्य बनाया जाए.
बता दें कि इटावा महोत्सव प्रदर्शनी का शुभारंभ 11 दिसंबर को महोत्सव के अध्यक्ष एवं जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने किया था. नुमाइश प्रदर्शनी को लगते हुए 100 साल से ज्यादा हो चुके हैं. नुमाइश प्रदर्शनी पूरे 1 महीने के लिए लगाई जाती है. नुमाइश पंडाल में कई कार्यक्रम कराए जाते हैं. दूर-दराज के लोग पहुंचते हैं.
इस वर्ष महाभारत में श्री कृष्ण की भूमिका अदा कर चुके नितीश भारद्वाज के द्वारा चक्रव्यूह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 3 जनवरी को राजस्थानी गायक मामे खान द्वारा प्रस्तुति दी गई. 6 जनवरी को प्रसिद्ध गायक कलाकार सोनू निगम द्वारा मेगा नाइट शो में फिल्मी गानों की शानदार प्रस्तुति दी गई थी. 13 जनवरी को शाम 4:00 बजे इटावा महोत्सव का जिलाधिकारी और मेला सेक्रेटरी एसडीएम सदर विक्रम सिंह ने इसका समापन कर दिया.
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